
उत्तर प्रदेश सरकार ने अंडा उत्पादन को बढ़ावा देने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘कुक्कुट विकास नीति’ शुरू की है. राज्य सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश युवाओं को रोजगार देना और मुर्गी पालन/Poultry Farming को एक सफल व्यवसाय के रूप में स्थापित करना है. प्रदेश की इस बेहतरीन पहल के तहत सरकार न सिर्फ मुर्गी फार्म खोलने के लिए लोन दिलवा रही है, बल्कि पांच साल तक मुफ्त बिजली और ब्याज में छूट जैसी सुविधाएं भी दे रही है.
अगर आपके पास जमीन नहीं है तो राज्य सरकार स्टांप शुल्क भी खुद देगी. ऐसे में यह योजना प्रदेश के युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका बनकर सामने आई है.
70 लाख तक का मिलेगा लोन
राज्य सरकार की इस योजना के अंतर्गत 10 हजार से लेकर 90 हजार मुर्गियों तक के फार्म बनाए जा सकते हैं. 10 हजार मुर्गियों के फार्म पर लगभग 99.53 लाख रुपये का खर्च आता है, जिसमें से 70 लाख रुपये तक का लोन बैंक के माध्यम से दिलवाया जाएगा. बाकी 30 लाख रुपये लाभार्थी को स्वयं लगाने होंगे.
लोन पर जो 7 प्रतिशत तक ब्याज बनेगा, उसे भी सरकार खुद वहन करेगी. अगर ब्याज इससे ज्यादा होता है तो वह अतिरिक्त राशि लाभार्थी को खुद चुकानी होगी.
नहीं लगेगा स्टांप शुल्क
फार्म के लिए एक एकड़ जमीन अनिवार्य है. यदि किसी के पास जमीन नहीं है और वह जमीन खरीदता है तो उस पर स्टांप शुल्क नहीं लगेगा. इस खर्च को भी पशुपालन विभाग द्वारा वहन किया जाएगा. खबरों की मानें तो मेरठ में अभी तक तीन लोगों ने इस योजना के अंतर्गत आवेदन किया है और उनके लोन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
योजना से जुड़ी जरूरी बातें
- पांच साल तक मुफ्त बिजली
- 70 लाख तक का लोन, ब्याज सरकार भरेगी
- जमीन खरीद पर स्टांप शुल्क माफ
- 10 हजार से 90 हजार मुर्गियों तक का फार्म संभव
ऐसे उठाएं योजना का लाभ
यदि कोई युवा, किसान या उद्यमी इस योजना का लाभ लेना चाहता है तो वह जनपद के विकास भवन स्थित पशुपालन विभाग के कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकता है. वहां पर पशु चिकित्साधिकारी और विभागीय अधिकारी उन्हें योजना की पूरी जानकारी देंगे और आवेदन की प्रक्रिया में मदद करेंगे. सरकार की इस पहल से न सिर्फ युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि प्रदेश में अंडा उत्पादन भी बड़े स्तर पर बढ़ेगा. यह योजना पशुपालन को एक लाभदायक व्यवसाय में बदलने की दिशा में बड़ा कदम है.
Share your comments