भारत देश की एक बड़ी हिस्से की आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है. गांव के लोग अपनी जीविका का निर्वाह खेती और पशुपालन से करते हैं. गाय, भैंस, बकरी और भेड़ आदि का पालन गांव के लोगों द्वारा किया जाता है. भारत सरकार भी इन किसान भाइयों की मदद के लिए समय-समय विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं लाती रहती हैं. इसी क्रम में सरकार ने पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शरूआत की है, जिसके जरिए पशुपालकों की पैसों से जुड़ी परेशानियों को खत्म किया जा सकें और उन्हे उचित ब्याज पर लोन मुहैया कराकर उनकी मदद की जा सके.
क्या है पशु किसान क्रेडिट कार्ड-
भारत सरकार ने किसान पशुपालकों की समस्याओं को ध्यान मे रखते हुए पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की है. इसके जरिए पशुओं को बीमार होने, चोट लगने या किसी कारण से उनकी मृत्यु हो जाने के चलते किसानों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा. इन सभी परेशानियों को देखते हुए किसानों की मदद और उनके व्यवसाय में सुधार के लिए पशु किसान क्रेडिट कार्ड की शुरूआत की गई है.
कर्ज की राशि-
पशु किसान क्रेडिट कार्ड से किसान बैंक से 3 लाख तक का लोन ले सकते हैं. किसान भाई 1 लाख 60 हजार रूपये तका का लोन बिना किसी गारंटी के भी ले सकते हैं. आप भी किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर पशु और मछली पालन, डेयरी और पोल्ट्री का बिजनेस कर सकते हैं. सरकार ने इस योजना का आरम्भ पशुपालन के क्षेत्र में विकास के लक्ष्य से किया है.
ब्याज की दर-
वर्तमान समय में एक साधारण लोन पर बैंक के द्वारा 7% से 9% की ब्याज दर पर लोन दिया जाता है, लेकिन पशु किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत पशुपालकों को सिर्फ 4% ब्याज ही देना होता है. इसके साथ-साथ केंद्र सरकार भी इस पर 3% की छूट देती है. किसान द्वारा अधिकतम ₹300000 तक का ऋण बैंक से लिया जा सकता है.
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