Benefits of Organic Fertilizers: किसानों को इन दिनों लगातार जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसके लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार जैविक खेती के नुस्खे और इसके फायदे के बारे में सोशल मीडिया के जरिए बता कर किसानों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं.
इसी कड़ी में बिहार सरकार के कृषि विभाग सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग ने अपने ट्वीट के जरिए कुछ फोटो साझा कर किसानों को जैविक खेती के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं, तो चलिए इसकी अहम बातें जानते हैं.
क्या आप जानते हैं?
विश्व में जैविक उत्पादकों की संख्या 2.7 मिलियन हैं.
भारत में सबसे ज्यादा जैविक उत्पादक किसान हैं.
दुनिया के जैविक उत्पादकों में हरेक तीसरा व्यक्ति भारतीय हैं.
ये भी पढ़ें: Organic Farming: आमदनी बढ़ाने के लिए करें जैविक खेती, सरकार देगी 90 फीसद अनुदान
जैविक खेती के नुस्खे –
गोबर की खाद
पशुओं के मल- मूत्र एवं बिछावन के अपघटन के उपरांत प्राप्त खाद को गोबर की खाद कहते हैं. इसमें सामान्यतः नेत्रजन 0.5 प्रतिशत, फॉस्फोरस 0.3 प्रतिशत तथा पोटाश 0.4 प्रतिशत पाया जाता है. इसके अतिरिक्त इसमें सूक्ष्म पोषक तत्व भी अल्प मात्रा में विद्यमान रहते है.
गोबर की खाद सर्वश्रेष्ठ खाद है. यह भूमि का प्राकृतिक आहार है. भूमि को प्राकृतिक स्थिति में बनाए रखती है. यह प्रदूषण रहित एवं सस्ती है.
गोबर की खाद से उत्पादित खाद्य पदार्थ स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्य वर्धक होते हैं. रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से नष्ट हुई भूमि की उर्वराशक्ति को बहाल करने का एकमात्र विकल्प गोबर की खाद है.
जैविक खेती के विभिन्न तरीकों में गोबर/कम्पोस्ट का उपयोग, वर्मी कम्पोस्ट का व्यवहार, हरी खाद का उपयोग, फसल चक्र का पालन करना, जैव उर्वरकों जैसे राइजोबियम, एजोटोबैक्टर, एजोस्पाइरीलम, पी.एस.बी., वैम माइकोराइजा, के.एस.बी.. एस.एस.बी, जेड.एस.बी एवं नील हरित शैवाल का उपयोग, फसल कीट व्याधि तथा खरपतवारों का जैव नियंत्रण तथा पशुपालन सम्मिलित है.
-गोबर की खाद-@saravanakr_n @_Sudhaker_singh#जैविक_खेती_के_नुस्खे #organicfarming #organic #organicfood #farming #agriculture #BiharAgricultureDept pic.twitter.com/5hq3Cw9xJ8
— Agriculture Department, Govt. of Bihar (@Agribih) September 17, 2022
जैविक खाद के लाभ
जैविक खाद पूर्णत प्राकृतिक एवं सुरक्षित है.
यह मिट्टी पशुओं एवं मानव स्वास्थ्य के लिए उत्तम है.
इसे किसान स्वयं बना सकते हैं.
जैविक खादों के लाभ।@saravanakr_n @_Sudhaker_singh#जैविक_खेती_के_नुस्खे #organicfarming #organic #organicfood #farming #agriculture #BiharAgricultureDept pic.twitter.com/JfaNZt2Mr5
— Agriculture Department, Govt. of Bihar (@Agribih) September 13, 2022
जैविक खेती में जो किसान अपनी मिट्टी अपना खाद स्वस्थ मिट्टी उत्तम स्वाद के सिद्धांत पर काम करेंगे, वे ही सफल आर्गेनिक किसान बन पाएंगे. तेलहनी फसलों में तेल की मात्रा में वृद्धि होती है.
मिट्टी की क्षाटीय स्थिति में सुधार होता है.
Share your comments