भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) की तरफ से बच्चों के लिए एक खास कदम उठाया गया है. दरअसल, एसबीआई ने बच्चों के लिए पहला कदम (Pehla Kadam) और पहली उड़ान (Pehli Udaan) नाम से सेविंग अकाउंट योजना शुरू की है.
इसके तहत खाता खुलवाने की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध है. खास बात यह है कि बच्चों का खाता खुलवाने के बाद बैंक बच्चे की फोटो लगा हुआ एटीएम-सह-डेबिट कार्ड भी इश्यू करता है. इस कार्ड को अवयस्क और अभिभावक के नाम से जारी किया जाएगा.
क्या है पहला कदम खाता
इसके तहत कोई भी नाबालिग बच्चा अपने माता-पिता के साथ संयुक्त खाता खोल सकता है. इस खाते को माता-पिता भी ऑपरेट कर सकते है.
आयु सीमा
यह खाता 10 साल से कम के बच्चों के लिए है.
कितना पैसा कर सकते हैं जमा
इन योजनाओं के तहत आप 10 लाख रुपए तक बैलेंस रख सकते है. इससे ज्यादा पैसा रखने की इजाजत नहीं है.
पहला कदम खाता के तहत सुविधाएं
इस बैंक अकाउंट में बच्चों को इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, ATM Card, चेक बुक फैसिलिटी जैसी सभी सुविधाएं दी जाएंगी. खाता देखने के अधिकार और सीमित लेनदेन अधिकार के साथ जैसे बिल भुगतान, टॉप अप 2 हजार रुपए की दैनिक लेनदेन सीमा तय की गई है.
क्या है पहली उड़ान खाता
इस खाते का केवल वही संचालन कर सकता है, जिसके नाम पर खाता खोला गया है. बता दें कि खाता खोलने के लिए केवाईसी (नो योर कस्टमर) करना जरूरी है. साफतौर पर पहली उड़ान खाता 10 साल से बड़े बच्चों के लिए है, जो Uniformly Signature कर सकते हैं.
आयु सीमा
यह खाता केवल 10 वर्ष से ऊपर की आयु के नाबालिग के नाम पर ही खोला जा सकता है.
पहली उड़ान के तहत सुविधाएं
इस खाता को देखने का अधिकार तथा सीमित लेनदेन अधिकार समेत बिल भुगतान, टॉप अप, आईएमपीएस 2 हजार रुपए की दैनिक लेनदेन सीमा तय की गई है.
एटीएम कम डेबिट कार्ड की सुविधा
खास बात यह है कि पहला कदम और पहली उड़ान, दोनों खातों में एटीएम कम डेबिट कार्ड की सुविधा दी जा रही है. इस कार्ड पर बच्चे का फोटो लगा होगा, साथ ही बच्चे और अभिभावक के नाम पर इश्यू किया जाएगा. इस कार्ड से पैसे निकालने की लिमिट 5000 रुपए है. बता दें कि इन खातों से बच्चा 2000 रुपए तक का भुगतान या टॉप अप कर सकता है. इन दोनों खातों पर मिलने वाला ब्याज 4 प्रतिशत बचत खाते जितना ही होता है.
ज़रूरी दस्तावेज़
अगर आप अपने बच्चों का खाता खुलवाना चाहते हैं, तो इसके लिए नाबालिग के डेट ऑफ बर्थ सार्टिफिकेट की जरूरत पड़ेगी. इसके साथ ही माता-पिता का KYC आधार और पैन कार्ड होना जरूरी है और नाबालिग का आधार कार्ड माता-पिता के हस्ताक्षर के साथ होना ज़रूरी है.