इस वेबसाइट के माध्यम से आम नागरिक सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष (AFBCWF) में योगदान कर सकेंगे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि जब हम सैनिकों या उनके परिवारों की मदद करते हैं तो यह दान या एहसान की भावना से नहीं, बल्कि कृतज्ञता की भावना से होना चाहिए.सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि AFBCWF एक त्रि-सेवा कोष है,जिसका उपयोग सक्रिय सैन्य अभियानों में शहीद या गंभीर रूप से घायल होने वाले सैनिकों, नौसेनिकों और वायुसैनिकों के परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए किया जाएगा.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आगे रक्षामंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से हमारे सशस्त्र बलों ने विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए देश की सरहदों को सुरक्षित रखा है. कार्यक्रम में शामिल अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने कहा MBKS पोर्टल देशवासियों के लिए महत्वपूर्ण है. हमारे पास दुनिया के बेहतरीन सशस्त्र बल हैं. वेबसाइट के माध्यम से लोग AFBCWF में आर्थिक योगदान कर सकेंगे. वेबसाइट के गुडविल ब्रांड एंबेसडर महानायक अमिताभ बच्चन हैं.
देश को कुछ वापस करने का समय- राजनाथ
राजनाथ ने कहा कि लोगों को व्यक्तिगत या संस्थागत प्रतिष्ठा से ऊपर उठकर देश, समाज और हमारे सैनिकों के लिए काम करना चाहिए. देश के विकास की इस यात्रा में, कोई और महसूस करे या न करे, हमें यह महसूस करना चाहिए कि हम स्वतंत्र और जिम्मेदार नागरिक हैं और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है.
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चेयर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने की घोषणा
इस बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने लेफ्टिनेंट जनरल पीएस भगत की याद में यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया (यूएसआई) में एक ‘चेयर ऑफ एक्सीलेंस’ स्थापित करने की घोषणा की.लेफ्टिनेंट भगत पहले ऐसे भारतीय अधिकारी थे,जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान प्रतिष्ठित विक्टोरिया क्रॉस प्रदान किया गया था.
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