राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के उपलक्ष में आंध्र प्रदेश की सरकार मंगलवार से शुरू होने वाली ग्राम उजाला योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को 10 मिलियन एलईडी बल्ब वितरित करेगी.
आपको बता दें एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) की सहायक कंपनी कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) द्वारा वहन किए गए खर्च के साथ बल्बों को $ 10 प्रति यूनिट की कम लागत पर वितरित किया जाएगा. वहीं आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के संयोजन के साथ भी किया जा रहा है.
सीईएसएल इस योजना के तहत चालू बल्ब जमा करने के खिलाफ तीन साल की वारंटी के साथ 7-वाट और 12-वाट ऊर्जा कुशल एलईडी बल्ब वितरित करेगा.
क्या है ग्राम उजाला योजना?
केंद्रीय ऊर्जा, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, आरके सिंह ने इस साल मार्च में ग्राम उजाला का शुभारंभ किया, ताकि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और बिजली के संरक्षण के प्रयास किए जा सकें. सिंह ने योजना के शुभारंभ पर कहा, "इस कदम से हर साल 2025 मिलियन किलोवाट ऊर्जा की बचत होगी."
पांच राज्य:
बिहार, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के 2,579 गांवों में एलईडी लाइटें 10 रुपये की अत्यधिक सब्सिडी वाली दर पर वितरित की जाएंगी. निवासी 100 वाट के पुराने बल्बों को बदलकर अधिकतम 5 एलईडी बल्ब खरीद सकते हैं. इन आवासों पर सरकार द्वारा मीटर भी लगाए जाएंगे.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इससे सालाना 2025 मिलियन यूनिट (kWh) बिजली की बचत होगी, वहीं कार्बन उत्सर्जन में भी सालाना 16.5 लाख टन की कमी आएगी. इससे घरों में सस्ती दर पर बेहतर रोशनी मिलेगी.
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बिहार और उत्तर प्रदेश में, इस योजना ने पहले ही 33 लाख से अधिक एलईडी लाइटों के वितरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है. बिजली मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, यह मंगलवार से अन्य तीन राज्यों में चालू हो जाएगा.
उजाला योजना ईईएसएल द्वारा कार्यान्वित की जा रही है, जो बिजली मंत्रालय के प्रशासन के तहत प्रमुख सार्वजनिक उपक्रमों का एक संयुक्त उद्यम है.
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