खेती को अच्छा आमदनी का जरिया बनाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार समय – समय पर नयी – नयी योजनाएं लाती रहती है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार राज्य आयुष मिशन के अंतर्गत औषधीय खेती को बढ़ावा देने के साथ ही औषधीय फसलों की खेती करने वाले किसानों को अनुदान भी दे रही है. दरअसल यदि कोई किसान तुलसी, सतावर और एलोवेरा जैसी औषधीय फसलों की खेती करना चाहता हैं तो इसके लिए उन्हें अनुदान मिलेगा. बता दें कि औषधीय खेती के साथ फल, फूल और सब्जी आदि की फसल को बढ़ावा देने में उद्यान विभाग की अहम भूमिका रहती है.
विभागीय अधिकारी समय-समय पर किसानों को औषधीय फसलों की खेती हेतु मार्गदर्शन करता रहता है. साथ ही सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से भी किसानों को लाभान्वित कर रहा है. सरकार की ओर से इस समय किसानों को औषधीय खेती करवाने के लिए राज्य आयुष मिशन के तहत सब्सिडी भी दिया जा रहा है. डॉ. धीरेंद्र सिंह, जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि यदि कोई किसान औषधीय फसल तुलसी की खेती करता है तो उसे 13180 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से अनुदान मिलेगा. इसी तरह सतावर की खेती करने पर 27450 और एलोवेरा की खेती करने पर 18670 रुपये प्रति हेक्टेयर सब्सिडी मिलेगा. सरकार की ओर से जनपद को तुलसी की खेती के लिए 10 हेक्टेयर, सतावर और एलोवेरा की खेती के लिए 5-5 हेक्टेयर का लक्ष्य मिला है.
औषधीय खेती पर जोर दे रही सरकार
विभागीय अफसरों के मुताबिक, सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अनवरत प्रयासरत है. साथ ही विभिन्न सरकारी योजनाओं से किसानों को लाभान्वित कर रही है. सरकार की यह इच्छा है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए. इसके लिए सरकार की ओर से औषधीय खेती पर भी जोर दिया जा रहा है. औषधीय खेती करने के लिए सरकार किसानों को सब्सिडी दे रही है, ताकि किसानों पर इन फसलों को उगाने में अधिक खर्च का बोझ न पड़े. विभागीय अधिकारियों ने किसानों से इन फसलों की खेती करने के साथ-साथ मिलने वाले सब्सिडी को प्राप्त कर अधिक से अधिक मुनाफा लेने को कहा है. अफसरों का मानना है कि औषधीय फसलों की खेती कर किसान अच्छी आमदनी पा सकते हैं. और अधिक जानकारी के लिए आप http://ayushup.in/ पर विजिट कर सकते है.
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