देश में विगत कुछ दशकों से पशुपालन व्यवसाय में वृद्धि देखने को मिल रही है. हाल ही में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने 20वीं पशुधन गणना रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट से भी यह बात स्पष्ट हुई है की देश में पशुपालन व्यवसाय में तेजी से वृद्धि हो रही है.
इसी रिपोर्ट्स के मद्देनजर केंद्र व राज्य सरकारें पशुपालन व्यवसाय में और वृद्धि हेतु अहम कदम उठा रही हैं. इसी कड़ी में हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन व डेयरी, मत्स्य पालन मंत्री जेपी दलाल ने शुक्रवार को कहा कि हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां पशु पालन एवं कृषि व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना को लागू किया गया है.
दरअसल हरियाणा के पशु पालन एवं कृषि मंत्री जेपी दलाल ने गत दिनों पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे.उस दौरान उन्होंने पशु ज्ञान गंगा, पशु पंजीकरण, बीमा क्लेम समाधान सप्ताह तथा पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु धन बीमा योजना का भी शुभारंभ भी किया.उन्होंने कहा कि कृषि एवं पशु पालन व्यवसाय को रोजगारोन्मुखी बनाया जाएगा, इसके मद्देनजर युवाओं को बागवानी एवं पशु पालन में कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा.जिससे प्रदेश के युवाओं को विकसित देशों में रोजगार मिल सके.उन्होंने आगे कहा कि कृषि और पशु पालन व्यवसाय को विकसित देशों की तरह ही आधुनिक बनाया जाएगा.
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गौरतलब है कि केंद्र व राज्य सरकार प्रदेश में किसानों की आय दोगनी करने के लिए प्रयासरत है.इसके लिए देश के किसानों एवं पशुपालकों के लिए विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों को प्रभावशाली ढ़ंग से लागू किया जा रहा है.कृषि मंत्री ने आगे कहा कि पशु पालन और कृषि व्यवसाय को लाभदायक बनाने के लिए प्रदेश में 5 लाख से अधिक किसानों को डेयरी फार्मिंग एवं बागवानी का प्रशिक्षण दिया जाएगा.जिससे किसानों व युवाओं को घर बेठे ही रोजगार मिल जाएगा.इस दौरान उन्होंने पशुपालकों से अनुरोध किया कि वे पशु किसान क्रेडिट कार्ड से प्राप्त धन राशि का सद्पयोग करें और कहा कि ज्यादा से ज्यादा पशु किसान क्रेडिट कार्ड महिलाओं के नाम पर बनवाए जाएं.
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