भारत के किसान विभिन्न सब्जियों की खेती करते हैं और अच्छी कमाई कर लेते हैं। कृषि वैज्ञानिक भी सब्जियों की ऐसी किस्मों को विकसित करते रहते हैं, जिनकी खेती कर किसान बढ़िया मुनाफा और अधिक पैदावार प्राप्त कर सकें। इसी के चलते हाल ही में अल्मोड़ा विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस) ने मटर की किस्म वी.एल. माधुरी को विकसित किया है, जिसे छिलके सहित खाया जा सकता है। यह हरी फली जैसी दिखने वाली मटर की किस्म आम मटर की किस्मों से कहीं ज्यादा पैदावार दे सकती है।
किन क्षेत्रों में देगी ज्यादा पैदावार
मटर की यह किस्म किसानों को कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली है। साथ ही इस किस्म को इसकी अनोखी खासियत के कारण काफी पसंद किया जा रहा है। आप अक्सर बाजारों से मटर खरीदकर घर लाते होंगे और उसे छिलकर ही सब्जी बनाते होंगे, लेकिन अब आपका काम होगा आसान, क्योंकि वी.एल. माधुरी को छिलके सहित झट से खाया जा सकता है और इसकी सब्जी भी बनाई जा सकती है। अगर इन क्षेत्रों के किसान मटर की इस किस्म वी.एल. माधुरी की खेती करते हैं, तो वे पा सकते हैं बेहतर उपज –
-
पंजाब
-
उत्तर प्रदेश
-
बिहार
-
झारखंड
किसानों को कितना होगा लाभ?
मटर की यह किस्म कई पोषक तत्वों से भरपूर है। वी.एल. माधुरी मटर की यह किस्म किसानों को उच्च उपज और बेहतरीन फली देने में सक्षम किस्मों में से एक है। साथ ही इस किस्म में उकठा रोग (Fusarium wilt) के प्रति प्रतिरोधक क्षमता भी है। वहीं, किसान अगर इस किस्म की खेती नवंबर महीने में करते हैं, तो वे 122 से 126 दिनों में 13 टन प्रति हेक्टेयर तक की उपज प्राप्त कर सकते हैं।
कितनी होगी कमाई?
मटर की इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे छिलके सहित ही खाया जा सकता है। किसान अगर इस किस्म की खेती करते हैं, तो वे इसे कम समय में बड़ी ही आसानी से तैयार कर सकते हैं। मुनाफा बाजार के भाव पर निर्भर करता है, और अगर बाजार में इस मटर के भाव ₹14 से ₹35 प्रति किलो के बीच होते हैं, तो किसान कमा सकते हैं लगभग ₹42,000 से ₹1,00,000 तक का बढ़िया लाभ।
सूप बनाने के लिए सही ऑप्शन
इस नई विकसित मटर की किस्म से कई तरह के व्यंजन बनाए जा सकते हैं। वैसे तो आमतौर पर मटर का इस्तेमाल हर सब्जी में किया जाता है, लेकिन इस मटर की किस्म से स्वादिष्ट सूप बनाया जा सकता है। इस नरम मटर को सलाद में भी उपयोग किया जा सकता है।
Share your comments