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धान की बंपर पैदावार के लिए उन्नत उर्वरक का इस तरह करें इस्तेमाल

खरीफ सीजन में देश के ज्यादातर किसान खेतों में धान की फसल लगाते हैं. चावल का अच्छा उत्पादन लेने के लिए शुरुआत से आखिर तक हर काम सावधानी से करना होता है. ऐसे में धान की फसल के लिए सबसे जरूरी होता है कि उर्वरक, खाद और सिंचाई का सही ध्यान रखा जाए.

राशि श्रीवास्तव
धान की बंपर पैदावार के लिए उन्नत उर्वरक का इस तरह करें इस्तेमाल
धान की बंपर पैदावार के लिए उन्नत उर्वरक का इस तरह करें इस्तेमाल

धान एक पारंपरिक फसल होने की वजह से किसानों के लिए बहुत अहम होती है. धान की अच्छी पैदावार हासिल करने के लिए किसान हर एक कोशिश करते हैं. ऐसे में अधिक पैदावार के लिए धान की फसल में उर्वरकों का इस्तेमाल मिट्टी परीक्षण के आधार पर करना चाहिए. क्योंकि सही समय पर और सही मात्रा में खाद और उर्वरक के प्रयोग से उच्च गुणवत्ता की फसल मिलती है. इसलिए धान की फसल के लिए उर्वरक के प्रयोग की जानकारी आपको दे रहे हैं.

जल्द पकने वाली किस्म के लिए उर्वरक

धान की फ़सल के लिए प्रति एकड़ जमीन में करीब 24 किलोग्राम नत्रजन 24 किलोग्राम फॉस्फोरस और 24 किलोग्राम पोटाश को खेत तैयार करते समय मिलाना चाहिए और रोपाई के बाद कल्ले निकलते समय 24 किलोग्राम नत्रजन का छिड़काव करना चाहिए.

मध्यम और देर से पकने वाली किस्म के लिए उर्वरक

अच्छे उत्पादन के लिए खेत तेयार करते समय प्रति एकड़ जमीन में करीब 30 किलोग्राम नत्रजन 24 किलोग्राम फॉस्फोरस के साथ ही 24 किलोग्राम पोटाश को मिलाना चाहिए. और रोपाई के बाद कल्ले निकलते समय 30 किलोग्राम नत्रजन का छिड़काव करना चाहिए.

सुगंधित और बौनी किस्म के लिए उर्वरक

धान की देर से पकने वाली किस्मों में प्रति एकड़ खेत में 48 किलोग्राम नत्रजन, 24 किलोग्राम फॉस्फोरस और 24 किलोग्राम पोटाश का छिड़काव करना चाहिए. जबकि जल्द और मध्यम पकने वाली किस्मों के लिए प्रति एकड़ भूमि में 48 किलोग्राम नत्रजन, 12 किलोग्राम फॉस्फोरस और 12 किलोग्राम पोटाश का छिड़काव करना चाहिए.

धान की सीधी बुवाई के लिए उर्वरक

  • अगर धान की सीधी बुवाई करना चाहते हैं तो प्रति एकड़ जमीन में 40 से 48 किलोग्राम नत्रजन का इस्तेमाल करना चाहिए.

  • इसके लिए कुल नत्रजन को 4 भाग में कर लें. एक भाग जुताई करते समय खेत में मिला दें, बचे हुए नत्रजन का दूसरा भाग कल्ले निकलते समय डालना चाहिए. फिर आखिरी भाग का छिड़काव धान की बालियां बनते समय करना चाहिए. इसके अलावा 20 किलोग्राम फॉस्फोरस और 20 किलोग्राम पोटाश का भी इस्तेमाल करना चाहिए.

यह भी पढ़ें: Paddy Crop Management: धान की खेती में कीट और रोग का प्रकोप? प्रबंधन के लिए जानिए रामबाण तरीका

  • बता दें चावल के लिए सबसे उपयुक्त उर्वरक वही हैं जो पौधों की पोषण संबंधी जरूरतों, विशेष रूप से नाइट्रोजन और सल्फर को पूरा करता है. चावल के लिए सबसे उपयुक्त उर्वरक अमोनियम सल्फेट है. किसान मुख्य रूप से अमोनियम सल्फेट का उपयोग करते हैं जहां उन्हें बढ़ते पौधों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त N (नाइट्रोजन-आधारित) और S (सल्फर-आधारित) की आवश्यकता होती है. आखिरकार, अमोनियम सल्फेट में केवल 21% एन होता है.

English Summary: Use advanced fertilizer in this way for bumper yield of paddy Published on: 05 March 2023, 04:03 PM IST

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