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इन 10 टिप्स के साथ करें बटन मशरूम की खेती, लागत होगी कम और बेहतर मिलेगा उत्पादन!

Top 10 Tips For Mushroom Cultivation: उत्तर भारत की कृषि जलवायु में बटन मशरूम उत्पादन किसानों के लिए अतिरिक्त आय का उत्तम साधन हो सकता है. सरलतम तकनीकों का उपयोग करके उत्पादन लागत कम की जा सकती है और बेहतर गुणवत्ता के साथ उच्च उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है.

डॉ एस के सिंह
Tips for Beginner Mushroom Growers
इन 10 टिप्स के साथ करें बटन मशरूम की खेती (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Mushroom Cultivation: बटन मशरूम (Agaricus bisporus) भारत में सबसे लोकप्रिय और व्यावसायिक रूप से उगाए जाने वाला मशरूम है. उत्तर भारत की कृषि जलवायु बटन मशरूम उत्पादन के लिए अत्यंत उपयुक्त है, क्योंकि यहां सर्दियों में तापमान और नमी इसके उत्पादन के लिए आदर्श होते हैं. यहां बटन मशरूम की खेती सरल तकनीकों का उपयोग करके की जा सकती है. लेकिन बटन मशरूम की खेती शुरू करने से पहले किसी अच्छे संस्थान से ट्रेनिंग अवश्य कर लेनी चाहिए.

1. उपयुक्त जलवायु और मौसम

बटन मशरूम उत्पादन के लिए 15 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान और 80 से 90% सापेक्षिक आर्द्रता की आवश्यकता होती है. उत्तर भारत में अक्टूबर से फरवरी का समय बटन मशरूम उत्पादन के लिए आदर्श होता है. 

2. संरचना और स्थान का चयन

बटन मशरूम उत्पादन के लिए शेड या कमरे का चयन करें जो अच्छी हवादारी और नियंत्रित जलवायु सुनिश्चित कर सके. स्थान की मुख्य आवश्यकताएं निम्नलिखित होनी चाहिए यथा अच्छी धूप से बचाव, ठंडी और नमीयुक्त स्थिति,  साफ-सुथरा वातावरण इत्यादि.

3. कंपोस्ट तैयार करना

कंपोस्ट बटन मशरूम उत्पादन की आधारशिला है. उत्तर भारत में गेहूं या धान की भूसी, मुर्गी की खाद, जिप्सम और यूरिया जैसे पदार्थों का उपयोग करके कंपोस्ट बनाया जाता है. 

कंपोस्ट बनाने की विधि

  • 100 किलोग्राम गेहूं के भूसे को 2 दिनों तक पानी में भिगोकर रखें.
  • इसे ढेर में लगाकर 5% मुर्गी खाद, 2% यूरिया और 2% जिप्सम मिलाएं. 
  • हर 4 से 5 दिन में ढेर को पलटें और 20 से 25 दिन तक इसे सड़ने गलने दें. 

4. बीज (स्पॉन) की बुवाई

बटन मशरूम के लिए गुणवत्ता युक्त स्पॉन (बीज) का चयन करें. स्पॉन को तैयार कंपोस्ट में मिलाकर लकड़ी या प्लास्टिक के ट्रे में भरें. 

बुवाई की प्रक्रिया

कंपोस्ट को 4 से 6 इंच मोटी परत में फैलाएं. इसके बाद 3-4 सेंटीमीटर की गहराई पर स्पॉन को समान रूप से छिड़कें. ऊपर से 2 से 3 इंच कंपोस्ट की परत चढ़ाएं. 

5. स्पॉन रन (मायसेलियम विकास)

स्पॉन (मशरूम का बीज) बोने के बाद ट्रे को 22 से 25°C तापमान और 80 से 85% आर्द्रता में 10 से 15 दिन रखें. ध्यान दें कि कमरे में प्रकाश न आए और नमी बनी रहे. 

6. केसिंग लेयर डालना

स्पॉन रन पूरा होने के बाद ट्रे के ऊपर 1.5 से 2 इंच मोटी केसिंग लेयर डालें. यह लेयर मिट्टी, रेत और जिप्सम का मिश्रण हो सकती है. 

केसिंग का महत्व

केसिंग मशरूम में फलन के विकास को बढ़ावा देती है. नमी बनाए रखती है और रोगों से सुरक्षा देती है. 

7. फलन का विकास और देखभाल

केसिंग लेयर डालने के 10 से 15 दिन बाद मशरूम के छोटे-छोटे फलन की संरचनाएं (पिनहेड्स) दिखाई देते हैं. इस समय आवश्यकता है कि तापमान 15 से 18°C, आर्द्रता 85 से 90%, हल्की हवादारी और पानी का हल्का छिड़काव.

8. कटाई और भंडारण

बटन मशरूम की कटाई तब करें जब टोपी (कैप) पूरी तरह बंद हो और किनारे नीचे मुड़ने लगें. 

कटाई की विधि

मशरूम को हाथ से हल्के से घुमाकर तोड़ें. कटाई के बाद मशरूम को साफ करें.

भंडारण

मशरूम को 4 से 5°C पर 4 से 5 दिनों तक ताजा रखा जा सकता है. अधिक समय तक भंडारण के लिए इसे डिब्बाबंद या सुखाकर संरक्षित करें. 

9. सामान्य समस्याएं और समाधान

रोग और कीट

  • व्हाइट मोल्ड: केसिंग में अत्यधिक नमी से बचें.
  • माइट्स: नियमित सफाई करें. 
  • जलवायु नियंत्रण: तापमान और नमी का ध्यान रखें. 

10. लाभकारी सुझाव

मशरूम का बिना वैज्ञानिक प्रशिक्षण लिए इसकी खेती शुरू करने से नुकसान हो सकता है. जैविक उत्पादन पर ध्यान दें. स्थानीय बाजार और होटल उद्योग से संपर्क करें. 

English Summary: top 10 tips for button mushroom cultivation for good production and less cost Published on: 26 December 2024, 11:07 AM IST

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