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तरबूज की बुवाई: किसान खेती में इन बातों का रखेंगे ध्यान, तो लगेंगे ज्यादा फल

जहां खेती का नाम सुनते ही गेहूं, धान जैसी फसलों का ख्याल आने लगता था, वहीं कुछ सालों में खेती के मायने ही बदल गए. अब खेती में अनाजों के साथ सब्जियों, फलों, मसालों, औषधीय पौधों और कई फसलों को शामिल किया जा चुका है.

सुधा पाल

जहां खेती का नाम सुनते ही गेहूं, धान जैसी फसलों का ख्याल आने लगता था, वहीं कुछ सालों में खेती के मायने ही बदल गए. अब खेती में अनाजों के साथ सब्जियों, फलों, मसालों, औषधीय पौधों और कई फसलों को शामिल किया जा चुका है. इन सभी की खेती आज के समय में बड़े पैमाने पर किसानों और बागवानों द्वारा की जा रही है. ऐसे ही तरबूज की खेती भी किसान व्यावसायिक रूप से बड़े पैमाने पर कर रहे हैं और मुनाफा कमा रहे हैं.

अगर किसान चाहते हैं कि उन्हें उनकी कड़ी मेहनत का फल भी मीठा मिले यानी अच्छा उत्पादन और अच्छी कमाई, तो उन्हें सही किस्म की बुवाई के साथ फसलों की देखभाल भी सही तरह से करनी चाहिए. आज हम आपको इसी सम्बन्ध में यह जानकारी देने जा रहे हैं कि जिन किसानों ने खरबूज की अगेती बुवाई की है, यानी फरवरी के आस-पास, उन्हें क्या करना चाहिए. ढाई से तीन महीने के बीच तैयार होने वाली इस फसल से किसान एक एकड़ में लगभग 50 हजार से एक लाख रुपए तक का मुनाफा आसानी से कमा सकते हैं.

मल्चिंग की सहायता से करें खेती

मल्चिंग (mulching) के ज़रिए अगर किसान खेती करते हैं तो उन्हें बहुत फायदा मिलता है. बेमौसम पौधे भी हर तरह के वातावरण में विकास कर लेते हैं. साथ ही खेतों में मल्चिंग की वजह से खरपतवार भी कम हो जाते हैं.

फसल में बेलों को अधिक होने से रोकें

तरबूज की फसल में अगर आपको बेल ज्यादा दिख रही हों, तो उन्हें रोकना भी जरूरी है. इनकी अतिवृद्धि रोकने के लिए बालों के शीर्ष भाग को तोड़ दें. ऐसा करने पर फलों का विकास भी अच्छा होगा. इसके साथ ही फलों की गुणवत्ता भी आपको अच्छी मिलेगी. इनके आकर और रंग में भी काफी अंतर देखने को मिलेगा.

छोटे और कमजोर फलों को तोड़ दें

अगर आपको एक बेल पर ही कई फल लगे दिख रहे हों, तो उनमें भी छटनी करें. किसान छोटे और कमजोर फलों को तोड़कर हटा सकते हैं. इससे मुख्य तरबूज के फलों को अच्छा विकास और पोषण मिलता है.

पौधों की नर्सरी है जरूरी

अगर किसान तरबूज की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं तो वे इसके पौधों की नर्सरी तैयार कर सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर किसान तरबूज की सीधी बुवाई खेत में करते हैं तो, दिक्कत यह आती है कि कुछ पेड़ नहीं उग पाते हैं.

ऐसे में नर्सरी उगाकर हम इनमें से कुछ पौधों को उन न उगने वाले पौधों से बदल सकते हैं. इससे हमारा नुकसान भी नहीं होगा.

ये भी पढ़ें: बागवान ध्यान दें, पेड़ों में फूल आने के दौरान रसायन का उपयोग है घातक

English Summary: summer crops for farming farmers do take care of these things in watermelon cultivation Published on: 20 March 2020, 11:48 AM IST

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