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Oyster Mushroom: प्रोटीन से भरपूर इस मशरूम की काफी है डिमांड, कम लागत में किसान कमा सकते हैं मोटा मुनाफा

Oyster Mushroom: ऑयस्टर मशरूम को ढींगरी मशरूम भी कहा जाता है. इसकी खासियत यह है कि इसका उत्पादन वर्षभर किया जा सकता है. जिससे आपकी आमदनी पर सालभर ब्रेक नहीं लगेगा. ऑयस्टर मशरूम में प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है. इसके अलावा यह मशरूम कई औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है.

बृजेश चौहान
ऑयस्टर मशरूम की खेती.
ऑयस्टर मशरूम की खेती.

Oyster Mushroom: भारत में मशरूम की बढ़ती मांग ने किसानों को मशरूम की खेती करने के लिए प्रेरित किया है. किसानों के लिए मशरूम की खेती एक अच्छा विकल्प है, जिसमें कम प्रयास और लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. इतना ही नहीं राज्य सरकारें भी किसानों को मशरूम की खेती करने के लिए प्रेरित कर रही है. कई राज्यों में तो इसकी खेती के लिए योजनाएं भी चलाई जा रही हैं. जिसके तहत मशरूम की खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी दी जाती है. ऐसे में अगर आप भी मशरूम की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो ऑयस्टर मशरूम की खेती आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है.

अधिक होती है प्रोटिन की मात्रा

ऑयस्टर मशरूम को ढींगरी मशरूम भी कहा जाता है. तमिलनाडु, ओडिशा, राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, हरियाणा और गुजरात में व्यापक रूप से की जाती है. ऑयस्टर मशरूम की खासियत यह है कि इसका उत्पादन वर्षभर किया जा सकता है. जिससे आपकी आमदनी पर सालभर ब्रेक नहीं लगेगा. ऑयस्टर मशरूम में प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है. इसके अलावा यह मशरूम कई औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है. इसका स्वाद भी अन्य मशरूमों से अलग होता है, जिस वजह से ये काफी डिमांड में रहता है.

ऐसे करें ऑयस्टर मशरूम की खेती

अगर आप भी ऑयस्टर मशरूम (How to start Oyster Mushroom Farming) की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक कमरे यानी मशरूम उत्पादन कक्ष की आवश्यकता होगी. अगर आपके पास ऐसा कोई कमरा नहीं है, तो आप इसे कच्ची इंटों, पोलिथीन या धान या अन्य फसल के पुआल से बना सकते हैं. ताजगी के लिए मशरूम उत्पादन कक्ष में खिड़की और दरवाजों पर जाली लगी होना जरूरी है.कमरा किसी भी आकार का हो सकता है. ऑयस्टर मशरूम की उत्पादन किसी भी प्रकार की सड़ी-गली फसलों के अवशेष पर किया जा सकता है.हालांकि, फसल के अवशेष या भूसा करीब 2 से 3 सेमी साइज का कटा होना चाहिए. आसान भाषा में कहें तो इसका साइज काफी छोटा होना चाहिए. याद रहे मशरूम उगाने के लिए किसी भी फसल का पुराना भूसा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

लागत कम और मुनाफा ज्यादा

ढींगरी या ऑयस्टर मशरूम का उत्पादन व्यावसायिक रूप में बहुत लाभदायक होता है. मशरूम के उत्पादन में लागत बहुत कम आती है. हालांकि कमरे को तैयार करने में खर्च थोड़ा ज्यादा आ सकता है. लेकिन, ये वन टाइन होता है. यानी एक बार कमरा तैयार हो जाने के बाद कई सालों तक इसमें मशरूम का उत्पादन किया जा सकता है. ढींगरी मशरूम के प्रति किलो उत्पादन में लगभग 10 से 15 रुपये की लागत आती है और इसे मार्केट में मांग के अनुसार 150 से 250 रुपये प्रति किलो (Price of Oyster Mushroom) तक बेचा जा सकता है.

English Summary: Oyster Mushroom Farmig How to grow Oyster Mushroom rich in protein farmers can earn huge profits at low cost Published on: 30 November 2023, 04:12 PM IST

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