सफल किसान: हिमाचल के रहने वाले मनदीप ने अपनी एमबीए की पढ़ाई के बाद मैनेजर के रूप में अपना करियर शुरू किया था. उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह कभी खेती की ओर लौटेंगे, लेकिन शायद कुदरत को उनके लिए कुछ और ही मंजूर था. करीब 5 साल तक एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने के बाद अचानक मनदीप वर्मा ने अपने परिवार के साथ अपने शहर सोलन आने का फैसला किया.
सोलन लौटकर मनदीप ने अपनी बंजर जमीन पर खेती करने का सोचा. लेकिन वे सभी किसानों की तरह परंपरागत खेती नहीं करना चाहते थे. कुछ अलग करने की सोच ने उन्हें हॉर्टिकल्चर की तरफ खींचा, जिसके बाद मंदीप ने वो किया जो कल्पना से परे था.
मनदीप ने सबसे पहले अपने इलाके के मौसम की पूरी जानकारी ली और इस खेती के बारे में जानकारी के लिए यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर से मुलाकात की और आखिरकार फिर उन्होंने कीवी की खेती करने का फैसला किया.
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मनदीप वर्मा का कहना है कि उन्होंने कीवी के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के लिए सबसे ज्यादा समय लाइब्रेरी में बिताया. कई किताबें पढ़ीं और यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर से कृषि पर भी चर्चा की. यह सब जानकारी मिलने के बाद मनदीप ने कीवी की खेती करना शुरु किया.
मनदीप वर्मा ने बताया कि सोलन के उद्यानिकी विभाग से बात करने के बाद उन्होंने 2014 में 14 बीघे की जमीन पर कीवी गार्डन बनाने का काम शुरू किया. इस गार्डन में उन्होंने कीवी की उन्नत किस्में लगाईं. साल 2017 में उन्होंने कीवी की आपूर्ति के लिए वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग शुरु की. इस वेबसाइट पर उन्होंने फल को कब तोड़ा गया, कब उसे डिब्बे में पैक किया गया, यह सारी जानकारियां दी. उनके यह फल हैदराबाद, बैंगलोर, दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब एवं हरियाणा में ऑनलाइन बेचा जाता है.
मनदीप वर्मा कीवी फल को पूरी तरह ऑर्गेनिक तरीके से तैयार करते हैं. इतना ही नहीं ये खुद खाद और बायोउर्वरक भी तैयार करते हैं.
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