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धान की नर्सरी लगाते वक्त रखें इन खास बातों का ध्यान, बाद में नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान

खरीफ सीजन की सबसे मुख्य फसल धान की खेती का समय आ गया है. लेकिन उससे पहले किसान धान की नर्सरी तैयार कर रहे हैं. ऐसे में उनके लिए इस लेख में कुछ विशेष सलाह दी गई है.

अनामिका प्रीतम
planting paddy nursery
planting paddy nursery

भारत दुनिया का एक ऐसा देश है जहां सबसे बड़े क्षेत्रफल में धान की खेती की जाती है. धान की खेती बीजाई और पौधरोपण के जरिए की जाती है. लेकिन ज्यादातर किसान धान की खेती पौध तैयार करके करते हैं. इसके लिए किसान सबसे पहले धान की नर्सरी तैयार करते हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं किसानों को धान की नर्सरी तैयार करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

जून महीने में किसान करें धान की नर्सरी की तैयारी

जैसा की खरीफ सीजन चल रहा है और इसी सीजन में धान की खेती की जाती है. लेकिन किसान धान की खेती के पहले इसकी नर्सरी की तैयारी करते हैं. जून के महीने की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में किसानों के लिए धान की खेती में नर्सरी तैयार करने का समय आ चुका है. बता दें कि जून महीने के पहले सप्ताह से लेकर अंतिम सप्ताह तक धान की नर्सरी के लिए बीज की बुवाई की जाती है. आमतौर पर धान की नर्सरी 21 से लेकर 25 दिनों में तैयार हो जाती है.

धान की नर्सरी तैयार करने के वक्त ध्यान रखने योग्य बातें

धान की नर्सरी के लिए दोमट और चिकनी दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है. नर्सरी लगाने के पहले खेत की दो से तीन जुताई करके मिट्टी को समतल और भुरभुरा बना लें. ध्यान रहें खेत में पानी की निकासी के लिए उचित व्यवस्था हो.

धान की नर्सरी क्यारियां बनाकर तैयार की जाती हैं. इसके लिए लगभग एक से डेढ़ मीटर चौड़ी क्यारियां बनानी चाहिए.

धान की नर्सरी में खोखले बीजों को बाहर निकाल लें

धान की बीजों की बुवाई करने से पहले खोखले बीजों को बाहर निकाल लें. इसके लिए सबसे अच्छा तरीका बीजों को 2 प्रतिशत नमक के घोल में डालकर उसे अच्छी तरह हिला लें. इससे खोखले बीज ऊपर तैरने लगेंगे और आप इसकी आसानी से छटाई कर सकते हैं. खोखले बीज की बुवाई करने से अच्छे पौध तैयार नहीं होंगे. इससे बाद में आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसलिए खोखले बीजों को बाहर निकाल कर अच्छे बीजों की बुवाई करना उचित रहता है. 

ये भी पढ़ें- धान की नर्सरी कैसे तैयार करें? और किन बातों का रखें विशेष ध्यान

बीजों को उपचारित करना आवश्यक

जैसा की हमने बताया कि अच्छे बीजों से ही अच्छे पौध तैयार होते हैं. ऐसे में बीजों की बुवाई से पहले उसे उपचारित करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है. धान के बीज उपचारित करने के लिए आप फफूंदीनाशक दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए केप्टान, थाइरम, मेंकोजेब, कार्बंडाजिम और टाइनोक्लोजोल में से किसी एक दवा का इस्तेमाल किया जा सकता हैं.

English Summary: Keep these special things in mind while planting paddy nursery, you will not have to bear the loss later Published on: 31 May 2023, 12:56 PM IST

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