1. Home
  2. खेती-बाड़ी

जोजोबा की खेती कर 150 साल तक कमा सकते हैं मुनाफा, किसानों के लिए हैं "डेज़र्ट सोना"

जोजोबा सुनने में जितना ही दिलचस्प है उतना ही खेती के लिए ज़बरदस्त है. भारत में जोजोबा तेल के उत्पादन की लागत अन्य देशों की तुलना में लगभग पांच गुना अधिक हैजोजोबा पौधे की देखभाल करना ज़्यादा मुश्किल नहीं है. इसको किसी भी तरह की उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती है.

रुक्मणी चौरसिया
Why Jojoba Farming is Profitable in India?
Why Jojoba Farming is Profitable in India?

वैसे तो आपने कई तरह के सोनों के बारे में सुना और देखा होगा, लेकिन क्या कभी आपने 'डेज़र्ट गोल्ड' (Desert Gold) देखा है? शायद नहीं. इसलिए आज हम आपको जोजोबा की खेती (Jojoba Farming) के बारे में जानकरी देने वाले हैं जिसके 'रेगिस्तान का सोना' कहा जाता है. जोजोबा सुनने में जितना ही दिलचस्प है उतना ही खेती के लिए ज़बरदस्त है. तो आइये जानते हैं जोजोबा की खेती की पूरी जानकारी (Complete information about Jojoba cultivation).

भारत में जोजोबा की खेती (Jojoba Cultivation in India)

भारत में Jojoba Plant का उपयोग थार रेगिस्तान में मरुस्थलीकरण से निपटने और रोकने (Combating and Preventing Desertification) के लिए किया जाता है, जो काफी सफल भी साबित हुआ है. बता दें कि जोजोबा प्लांट (Simmondsia Chinensis) एरिज़ोना, कैलिफ़ोर्निया और मैक्सिको के सोनोरन और मोजावे रेगिस्तान का मूल पौधा है. जोजोबा को इसके तेल के लिए व्यावसायिक रूप  (Jojoba Oil Commercial Business) से उगाया जाता है.

जोजोबा पौधे की विशेषताएं (Characteristics of Jojoba Plant)

  • जोजोबा मरुस्थलीकरण से लड़ने के साथ-साथ औद्योगिक महत्व की फसल (Crops of Industrial Importance) के रूप में भूमिका निभाने के दोहरे उद्देश्य को पूरा करता है.

  • Jojoba Ka Paudha 150 साल तक जीवित रह सकता है.

  • यह लगभग 3-5 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ सकता है.

  • साथ ही यह उच्च और निम्न तापमान को भी सहन कर सकता है.

जोजोबा पौधे का उपयोग और लाभ (Uses and Benefits of Jojoba Plant)

  • जोजोबा के व्यावसायिक उत्पादन (Commercial Production of Jojoba) के लिए केवल 450-650 मिमी वार्षिक वर्षा की आवश्यकता होती है.

  • जोजोबा ऑयल में वैक्स एस्टर होते हैं जिसका मुख्य रूप से मॉइस्चराइज़र, फेस क्रीम, शैंपू, बालों के तेल, लिपस्टिक, कंडीशनर, एंटी-एजिंग और सन केयर उत्पादों में उपयोग किया जाता है.

  • इसके अलावा, इसका उपयोग अन्य रसायनों की तैयारी और फार्मास्यूटिकल्स अनुप्रयोगों (Pharmaceuticals Applications) में भी किया जा सकता है.

जोजोबा की खेती (Jojoba Farming)

  • जोजोबा पौधे की देखभाल करना ज़्यादा मुश्किल नहीं है. यदि गर्म, शुष्क जलवायु, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और थोड़ी सी सिंचाई की जाए तो पौधे आसानी से उग सकता हैं.

  • आपकी जानकरी के लिए बता दें कि रेतीली मिट्टी में Jojoba के पौधा उगाना सबसे आसान है.

  • खास बात यह हैं कि इसको किसी भी तरह की उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती है.

  • जोजोबा को सबसे गर्म स्थान पर भी लगाया जा सकता है और यही कारण है कि इसको डेज़र्ट गोल्ड कहा जाता है.

  • ध्यान रहे कि जोजोबा पौधों की सिंचाई स्थापित होने तक ही करें उसके बाद इसे पानी की इतनी जरूरत नहीं होती है.

जोजोबा खेती के मुख्य तथ्य (Key Facts of Jojoba Cultivation)

  • दुनिया भर में जोजोबा बीज का उत्पादन (Jojoba Seed Production) लगभग 5800 टन और जोजोबा तेल 2700 टन है.

  • अर्जेंटीना में उत्पादित सभी बीजों का लगभग 50% हिस्सा है.

  • यूरोप के बाद सौंदर्य प्रसाधनों में जोजोबा तेल अनुप्रयोगों के लिए उपभोक्ता के रूप में उत्तरी अमेरिका अग्रणी क्षेत्र है.

जोजोबा उगाना है लाभदायक व्यापार (Growing Jojoba is a Profitable Business)

भारत में जोजोबा तेल के उत्पादन (Jojoba Oil Production in India) की लागत अन्य देशों की तुलना में लगभग पांच गुना अधिक है. वर्तमान में भारत में उत्पादित सभी तेल का 99% घरेलू बाजार में खपत होता है. और जिस हिसाब से जोजोबा की डिमांड तेज़ी से बढ़ रही है यह भारतियों किसानों के लिए एक मुनाफे का सौदा है.

भारत में जोजोबा की खेती का उत्पादन क्षेत्र (Jojoba Cultivation Area in India)

  • पूरे भारत में 600-700 हेक्टेयर भूमि पर Jojoba Ki Kheti होती है.

  • इसमें से 85-90% राजस्थान में, लगभग 100 हेक्टेयर गुजरात में और 50 हेक्टेयर महाराष्ट्र में है.

  • राजस्थान पूरी तरह से जोजोबा फार्मिंग के लिए उपयुक्त है क्योंकि यहां की जलवायु जोजोबा के लिए एकदम अनुकूल हैं.

  • पंजाब, हरियाणा उड़ीसा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी जोजोबा की खेती की अच्छी संभावनाएं हैं.

भारत में जोजोबा फार्मिंग का इतिहास (History of Jojoba Farming in India)

1995 में, भारत सरकार ने ग्रामीण विकास मंत्रालय (Ministry of Rural Development) के तहत भूमि संसाधन विभाग से 100% वित्त पोषण के साथ राजस्थान जोजोबा वृक्षारोपण और अनुसंधान परियोजना (Rajasthan Jojoba Plantation and Research Project) का एक संघ स्थापित किया था. चूंकि शुरुआत में तकनीकी जानकारी सीमित थी इसलिए जोजोबा वृक्षारोपण को बढ़ावा देने में प्रौद्योगिकी की सुविधा के लिए एजेओआरपी और हैगुड इज़राइल के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे. इसमें एक ग्रीन हाउस का आयात शामिल था जिसे वर्ष 1997 में चालू किया गया था.

English Summary: Jojoba Farming, complete guide of jojoba cultivation and their business Published on: 21 February 2022, 03:18 PM IST

Like this article?

Hey! I am रुक्मणी चौरसिया. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News