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Wheat Variety: इस नई किस्‍म से किसान होंगे मालामाल! अब एक हेक्टेयर में 80 कुंतल गेहूं की होगी पैदावार

ICAR के कृषि वैज्ञानिक द्वारा गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 विकसित की गई है. गेहूं की उन्नत किस्म HD 3226 की खेती देश के कई राज्यों के किसान कर सकते हैं. वहीं, इस किस्म से 79.60 क्विंटल/हेक्टेयर तक उपज प्राप्त किया जा सकता है. ऐसे में आइए गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 के बारे में विस्तार से जानते हैं-

विवेक कुमार राय
Wheat Variety
high yield wheat new variety HD 3226

Wheat Variety HD 3226: गेहूं एक प्रमुख खाद्यान्न फसल है. वहीं, इसकी खेती देश के लगभग सभी राज्यों में होती है. कुछ राज्य तो ऐसे भी हैं जहां इसकी खेती प्रमुखता से की जाती है. उनमें पंजाब, हरियाणा, यूपी और मध्य प्रदेश आदि शामिल हैं. इन राज्यों के ज्यादातर किसान व्यावसायिक दृष्टिकोण से इसकी खेती करते हैं. वहीं, गेहूं की एक ऐसी फसल है जिसकी मांग मंडियों में हमेशा बनी रहती है. मौजूदा वक्त में देखें तो देश की लगभग सभी मंडियों में गेहूं की कीमत सरकारी रेट से ज्यादा है. यही वजह है कि किसान भी इसकी खेती में रूचि लेते हैं. वहीं देश के कृषि वैज्ञानिक भी ज्यादा उपज देने वाली किस्में ईजाद या विकसित करते रहते हैं.

इसी क्रम में ICAR के कृषि वैज्ञानिक द्वारा गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 विकसित की गई है. गेहूं की इस उन्नत किस्म की खेती पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को छोड़कर), पश्चिमी उत्तर प्रदेश (झांसी डिवीजन को छोड़कर), जम्मू और जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले, ऊना जिले वाले उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र के किसान कर सकते हैं. वहीं, इस किस्म से 79.60 क्विंटल/हेक्टेयर तक उपज प्राप्त किया जा सकता है. ऐसे में आइए गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 के बारे में विस्तार से जानते हैं-

गेहूं की किस्म एचडी 3226

गेहूं की किस्म एचडी 3226 को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को छोड़कर), पश्चिमी उत्तर प्रदेश (झांसी डिवीजन को छोड़कर), जम्मू और जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले, ऊना जिले वाले उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में व्यावसायिक खेती के लिए जारी किया गया है. इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की पांवटा घाटी (तराई क्षेत्र) के सिंचित क्षेत्रों में समय पर इसकी खेती हो सकती है.

गेहूं की किस्म एचडी 3226 में रोग प्रतिरोधक क्षमता

गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 पीला, भूरा और काला रतुआ रोगों के के प्रति प्रतिरोधी है. यानी गेहूं की किस्म एचडी 3226 में पीला, भूरा और काला रतुआ रोग लगने की संभावना बहुत कम होती है. इसके अलावा इसमें करनाल बंट, पाउडरी मिल्ड्यू, लूज़ स्मट और फुट रॉट भी नहीं लगते हैं.

गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 की उपज

गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 की औसत उपज 57.5 क्विंटल/हेक्टेयर है जबकि इस किस्म से 79.60 क्विंटल/हेक्टेयर तक उपज प्राप्त किया जा सकता है.

गेहूं की किस्म एचडी 3226 की विशेषताएं

गेहूं की इस उन्नत किस्म में 12.8% औसतन प्रोटीन पाया जाता है. इसमें हाई ड्राई और वेट ग्लूटेन पाया जाता है. इसके अलावा, इसमें अच्छा अनाज पाया जाता है. साथ ही हाई सेडीमेंटेशन वैल्यू और हाई एक्सट्रैक्शन रेट भी पाया जाता है. वहीं, इसमें औसत जिंक कंटेंट 36.8 पीपीएम पाया जाता है.

ये भी पढ़ें: सिर्फ दो सिंचाई में गेहूं की ये किस्में हो जाती हैं तैयार, उपज पर भी नहीं पड़ता कोई प्रभाव

एचडी 3226 की खेती और उर्वरक प्रबंधन

गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 की खेती के दौरान प्रति हेक्टेयर 100 किलोग्राम खेत में बीज डालें. वहीं इसकी खेती 5 से 25 नवम्बर के बीच कर लें. अगर उर्वरक की बात करें तो प्रति हेक्टेयर नाइट्रोजन 150 किलो (यूरिया @255 किलोग्राम/हेक्टेयर); फास्फोरस: 80 (डीएपी @ 175 किलोग्राम/हेक्टेयर) पोटाश: 60 (एमओपी @ 100 किलोग्राम/हेक्टेयर). वहीं, उर्वरक प्रयोग कैसे करें अगर उसकी बात करें, तो बुआई के समय फॉस्फोरस और पोटाश की पूरी मात्रा के साथ 1/3 नाइट्रोजन; शेष नाइट्रोजन पहली और दूसरी सिंचाई के बाद समान रूप से डालें.

गेहूं एचडी 3226 की खेती के दौरान किसान किन बातों का ध्यान रखें

गेहूं की उन्नत किस्म एचडी 3226 में किसान पहली सिंचाई बुआई के 21 दिन बाद और आगे की सिंचाई आवश्यकतानुसार करें. अधिकतम उपज के लिए इस किस्म को अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में बोया जाना चाहिए.

English Summary: high yield wheat new variety HD 3226 of wheat produce 80 quintals of wheat in one hectare Published on: 11 October 2023, 05:04 PM IST

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