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लौकी की खेती में 2G और 3G कटिंग से मिलेगा बेहतर उत्पादन, जानें क्या है यह तकनीक

High-yield Farming methods: 2G और 3G कटिंग तकनीक से लौकी की खेती में उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार होता है. मुख्य तने से 1G शाखाओं को काटने पर 2G शाखाएं और फिर 3G शाखाएं विकसित होती हैं, जो अधिक फल देती हैं. यह तकनीक सस्ती और सरल है, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा मिलता है.

लोकेश निरवाल
Bottle Gourd Cultivation
लौकी की खेती में 2G और 3G कटिंग: किसानों के लिए नई तकनीक, सांकेतिक तस्वीर

Bottle gourd pruning: खेती-किसानी में हर दिन नई तकनीकों का समावेश हो रहा है, जो उत्पादन को बढ़ाने और बेहतर गुणवत्ता प्राप्त करने में मदद करती हैं. इन्हीं तकनीकों में एक है ‘2G‘ और ‘3G‘ कटिंग, जिसका उपयोग लौकी की खेती/lauki ki kheti में किया जा रहा है. यह तकनीक न केवल उत्पादन बढ़ाने में सहायक है, बल्कि फसल की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाती है.

बता दें कि 2G और 3G कटिंग तकनीक/2G and 3G cutting technique लौकी की खेती में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है. यह तकनीक किसानों के लिए आसान, सस्ती और प्रभावी है. यदि किसान इसे अपनाते हैं, तो वे अपनी फसल की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में सुधार कर सकते हैं. खेती में नई तकनीकों का समावेश न केवल उत्पादन को बढ़ाता है, बल्कि किसानों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव लाता है.

क्या है 2G और 3G कटिंग/ What is 2G and 3G cutting?

लौकी की बेल/Gourd Vine  पर सामान्यतः मुख्य तना और शाखाएं होती हैं. इनमें से तना और पहली पीढ़ी की शाखाओं को ‘1G‘ कहा जाता है. जब इन शाखाओं से और शाखाएं निकलती हैं, तो इन्हें ‘2G‘ (सेकेंड जनरेशन) शाखाएं कहा जाता है. इसी तरह, इन 2G शाखाओं से जो शाखाएं निकलती हैं, उन्हें ‘3G‘ (थर्ड जनरेशन) शाखाएं कहते हैं.

कटिंग का महत्व

  • 2G कटिंग/2G Cutting: जब मुख्य तने से निकली शाखाओं को काटा जाता है, तो पौधे की ऊर्जा अन्य शाखाओं को बढ़ाने में लगती है. इससे नई और अधिक शाखाएं विकसित होती हैं.
  • 3G कटिंग/3G Cutting: 2G शाखाओं को काटने से 3G शाखाएं निकलती हैं, जो फल देने में सबसे अधिक सक्षम होती हैं. यह तकनीक पौधे के फलन क्षेत्र को बढ़ाती है और अधिक उत्पादन में सहायक होती है.

इस तकनीक का उपयोग क्यों करें?

  1. उत्पादन बढ़ाने के लिए: 3G शाखाओं पर अधिक फूल और फल लगते हैं.
  2. गुणवत्ता में सुधार: यह तकनीक फलों के आकार और स्वाद को बेहतर बनाती है.
  3. पौधे की देखभाल में आसानी: शाखाओं के क्रमिक विकास के कारण पौधा अधिक व्यवस्थित रहता है.

कटिंग कैसे करें?

  1. जब पौधा लगभग 30-35 दिन पुराना हो जाए, तो मुख्य तने से 1G शाखाओं की पहचान करें.
  2. 1G शाखाओं को काटकर 2G शाखाओं को विकसित होने दें.
  3. 2G शाखाएं जब बढ़ने लगें, तो इन्हें काटकर 3G शाखाओं के विकास को प्रोत्साहित करें.
  4. कटिंग के लिए साफ और तेज औजारों का उपयोग करें. इससे पौधे में किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं होगा.

किसानों के लिए लाभ

2G and 3G cutting technology: 2G और 3G कटिंग तकनीक से किसानों को उनकी फसल से अधिक मुनाफा प्राप्त होता है. इससे उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ बाजार में अच्छी कीमत भी मिलती है.

English Summary: Bottle gourd 2g and 3g cutting technology latest update Published on: 23 January 2025, 11:05 AM IST

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