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Cotton Varieties: कपास की ये किस्में देती हैं बंपर पैदावार, गुलाबी सुंडी का भी नहीं होता इनपर कोई असर

क्या आप कपास की खेती करते हैं या इसका विचार बना रहे हैं? यदि हां, तो आज हम आपको कपास की अलग-अलग किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं. यह लेख आपकी कपास उगाते वक़्त सही किस्म चुनने में मदद करेगा.

रुक्मणी चौरसिया

हर क्षेत्र के हिसाब से खेती करना सबसे अनुकूल माना जाता है क्योंकि कोई फसल जाड़े में अच्छी उगती है तो कोई गर्मी में. ऐसे में यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आप अपने क्षेत्र के हिसाब से फसलों की किस्मों का भी चुनाव करे. इसी संदर्भ में आज हम आपको कपास की महत्वपूर्ण किस्मों (Cotton Varieties) की पूरी जानकारी देने जा रहे हैं.

कपास की लोकप्रिय किस्में (Popular Cotton Varieties)

RCH 134BT: यह उच्च उपज देने वाली बीटी कपास की किस्म है. यह सुंडी और अमेरिकी सुंडी के लिए प्रतिरोधी है. यह 160-165 दिनों में पक जाती है. यह कपास की 11.5 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज देती है. 34.4% जिनिंग आउटपुट के साथ बहुत अच्छा फाइबर गुण होता है.

RCH 317BT: यह अधिक उपज देने वाली बीटी कपास की किस्म (Cotton Varieties) है. यह चित्तीदार सुंडी और अमेरिकी सुंडी के लिए प्रतिरोधी है. यह 160-165 दिनों में पक जाती है. अच्छे फ्लफी ओपनिंग के साथ गूलर का आकार लगभग 3.8 सेमी होता है. 10.5 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज देता है. जिनिंग उत्पादन का 33.9% देता है.

MRC 6301BT: यह उच्च उपज देने वाली बीटी कपास की किस्म है. यह चित्तीदार सुंडी और अमेरिकी सुंडी के लिए प्रतिरोधी है. यह 160-165 दिनों में पक जाती है. 4.3 ग्रा. यह 10 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज और 34.7% ओटाई देता है.

MRC 6304BT: यह अधिक उपज देने वाली बीटी कपास की किस्म (Cotton Varieties) है. यह चित्तीदार सुंडी और अमेरिकी सुंडी के लिए प्रतिरोधी है. यह 160-165 दिनों में पक जाती है. 3.9 ग्राम के बोल आकार. यह 10.1 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज और 35.2% ओटाई देता है.

अंकुर 651: यह जस्सीद सहिष्णु और पत्ती कर्ल प्रतिरोधी संकर है. इसका पौधा 97 सेमी ऊंचाई का होता है. यह 170 दिनों में पक जाती है. कपास-गेहूं के रोटेशन के लिए उपयुक्त. औसतन 7 क्विंटल प्रति एकड़ उपज देता है. यह 170 दिनों में पक जाती है. 32.5% जिनिंग आउटपुट होता है.

व्हाइटगोल्ड (Whitegold): यह हाइब्रिड, लीफ कर्ल वायरस रोग के प्रति सहनशील है. इसमें गहरे हरे रंग की चौड़ी लोब वाली पत्तियां होती हैं. पौधों की औसत ऊंचाई लगभग 125 सेमी होती है. 180 दिनों में परिपक्व होती है. कपास की बीज उपज 6.5 क्विंटल प्रति एकड़ है. जिनिंग आउटपुट 30% है.

LHH 144: यह एक लीफ कर्ल प्रतिरोधी संकर किस्म है. इसकी पत्तियां अर्ध भिंडी लोबेड प्रकार की होती हैं. गूलर का औसत वजन 5.5 ग्राम होता है. यह 180 दिनों में पक जाता है और कपास-गेहूं के रोटेशन के लिए उपयुक्त है. 7.6 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत बीज उपज देता है. जिनिंग आउटपुट 33% है.

F 1861: यह किस्म है, पत्ती कर्ल वायरस रोग के प्रति सहिष्णु है. इसकी औसत पौधे की ऊंचाई 135 सेमी है. यह 180 दिनों में पक जाती है. यह 6.5 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत बीज कपास उपज देता है. इसका जिनिंग आउटपुट 33.5% है.

F 1378: यह उच्च उपज देने वाली किस्म है. इसकी औसत पौधे की ऊंचाई 150 सेमी है. अच्छे फ्लफी ओपनिंग के साथ गोल और बड़े होते हैं. यह 180 दिनों में पक जाती है. 10 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज देता है. जिनिंग आउटपुट 35.5% है.

F 846: यह अर्ध-फैलाने वाली, अधिक उपज देने वाली किस्म (Cotton Varieties) है. इसकी औसत पौधे की ऊंचाई 134 सेमी. यह 180 दिनों में पक जाती है. 11 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज देता है. जिनिंग आउटपुट 35.3% है.

LHH 1556: यह कम अवधि की अगेती पकने वाली किस्म है. इसके पौधे की ऊंचाई लगभग 140 सेमी है. पत्तियाँ हल्के हरे रंग की तथा गूदे गोल आकार के होते हैं. 8.5 क्विंटल प्रति एकड़ उपज देता है. यह 165 दिनों में पक जाती है.

मोती (Moti): यह फुसैरियम विल्ट टॉलरेंट देसी कॉटन हाइब्रिड किस्म है. इसकी औसत पौधे की ऊंचाई लगभग 164 सेमी है. सफेद फूलों से पत्तियाँ संकरी होती हैं. बोल बड़े आकार के होते हैं. यह 165 दिनों में पक जाती है. औसतन 8.45 क्विंटल प्रति एकड़ उपज देता है. जिनिंग आउटपुट 38.6% है.

English Summary: All and Best Cotton Varieties of India Published on: 26 March 2022, 05:25 PM IST

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