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गर्मी में खेतों की देखभाल के लिए कृषि विभाग ने बताए बचाव के ये 5 स्मार्ट उपाय!

गर्मी के मौसम में थोड़ी सी सावधानी और वैज्ञानिक तरीकों को अपनाकर किसान अपनी फसलों को सुरक्षित रख सकते हैं और अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं. बिहार सरकार का कृषि विभाग किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने और जागरूक करने का निरंतर प्रयास कर रहा है.

लोकेश निरवाल
Sustainable Farming
गर्मी में फसलें न झुलसें – कृषि विभाग ने बताए बचाव के स्मार्ट उपाय (Image Source: Freepik)

Summer Season: गर्मी का मौसम किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती लेकर आता है. तापमान में तेजी से वृद्धि और पानी की कमी से फसलें प्रभावित होती हैं. ऐसे में खेतों की सही देखभाल और समय पर सिंचाई करना बेहद जरूरी हो जाता है. बिहार सरकार के कृषि विभाग के अंतर्गत आने वाले उद्यान निदेशालय ने किसानों को गर्मी के मौसम में खेतों की देखभाल को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, जिनका पालन करके किसान अपनी फसलों की रक्षा कर सकते हैं.

आइए इन सुझाव के बारे में यहां विस्तार से जानते हैं ताकि वह अपने खेतों को भीषण गर्मी (Extreme Heat) में भी सुरक्षित रख सकें.

सिंचाई पर दें विशेष ध्यान

गर्मी में फसलों को पानी की सबसे अधिक आवश्यकता होती है. यदि समय पर सिंचाई न की जाए तो फसलें सूख सकती हैं या उनकी गुणवत्ता घट सकती है. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार:

  • नियमित अंतराल पर सिंचाई करें: बहुत अधिक समय तक खेत को सूखा न छोड़ें. फसल की जरूरत के हिसाब से हर 3 से 5 दिन पर सिंचाई करें.
  • सुबह या शाम के समय ही पानी दें: दोपहर में तापमान बहुत अधिक होने के कारण पानी जल्दी वाष्पित हो जाता है, जिससे फसलों को पूरा लाभ नहीं मिल पाता. इसलिए सुबह 6 से 9 बजे और शाम 5 से 7 बजे के बीच सिंचाई करें.
  • ड्रिप इरीगेशन या स्प्रिंकलर प्रणाली अपनाएं: आधुनिक सिंचाई प्रणालियों से पानी की बचत होती है और फसलों को जड़ों तक सही मात्रा में पानी मिल पाता है.

खेतों में गीली घास या मल्चिंग का करें प्रयोग

मिट्टी की नमी बनाए रखने के लिए खेतों में मल्चिंग (Mulching) का उपयोग बहुत लाभकारी होता है. इसके लिए खेतों में गीली घास, भूसी, पत्तियाँ आदि बिछा दें, जिससे मिट्टी जल्दी सूखे नहीं और नमी लंबे समय तक बनी रहे.

उर्वरक और कीटनाशक का करें संतुलित प्रयोग

गर्मी में फसलों को पोषण की आवश्यकता अधिक होती है. इसके लिए:

  • जैविक खाद या गोबर की खाद का प्रयोग करें.
  • जरूरत के अनुसार सूक्ष्म पोषक तत्व (माइक्रोन्यूट्रिएंट्स) दें.
  • फसलों पर कीटों का प्रभाव बढ़ सकता है, इसलिए समय-समय पर जैविक कीटनाशकों का छिड़काव करें.

गर्मी से बचाने के अन्य उपाय

  • नर्सरी या सब्जियों की फसल के ऊपर शेड नेट या टाट लगाकर तापमान को कम किया जा सकता है.
  • खेत की मेड़ पर पेड़ लगाएं जिससे प्राकृतिक रूप से छाया और ठंडक बनी रहे.

फसल चयन भी हो सोच-समझकर

गर्मी के मौसम में ऐसी फसलें लें जो गर्मी सहन कर सकें. जैसे:

  • सब्जियां: भिंडी, टिंडा, करेला, लौकी, परवल
  • फल: आम, लीची, बेल, जामुन
  • अनाज: बाजरा, मक्का, मूंग, उड़द

नोट:  अगर आप किसान हैं और गर्मी से जुड़ी खेती की समस्याओं का समाधान चाहते हैं, तो अपने नजदीकी कृषि कार्यालय या कृषि मित्र से संपर्क करें.

English Summary: Agriculture Department suggested 5 smart preventive measures for taking care of the farms in summer Published on: 15 April 2025, 10:41 AM IST

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