
Teacher Recruitment 2025: आज के समय में शिक्षक की नौकरी पाना एक बड़ी चुनौती बन गई है. हजारों युवा शिक्षक बनने की डिग्री लेकर भी बेरोजगार घूम रहे हैं. जनसंख्या बढ़ने और सीमित सरकारी नौकरियों के कारण योग्य उम्मीदवारों को भी अवसर नहीं मिल पा रहे हैं. लेकिन अब दिल्ली सरकार ने एक सराहनीय कदम उठाया है. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा निदेशालय ने एक नया प्रस्ताव तैयार किया है. इस प्रस्ताव के तहत लंबे समय से काम कर रहे अतिथि (गेस्ट) शिक्षकों को उनकी योग्यता के आधार पर स्थायी (रेगुलर) नियुक्ति दी जा सकती है.
इससे न केवल इन शिक्षकों को स्थायित्व मिलेगा, बल्कि अन्य बेरोजगार शिक्षकों को भी सरकारी नौकरी पाने का एक सुनहरा अवसर मिल सकता है. यह कदम शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और युवाओं को रोजगार देने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.
दिल्ली में विशेष शिक्षा की स्थिति
दिल्ली में इस समय लगभग 32,398 विशेष आवश्यकता वाले बच्चे हैं, जिनमें से करीब 29,200 बच्चे सरकारी स्कूलों में नामांकित है. इन बच्चों के लिए विशेष शिक्षा शिक्षकों के कुल 2708 पद स्वीकृत है.
- इनमें से 1019 पदों पर नियमित शिक्षक कार्यरत है.
- और 1325 पदों पर अतिथि शिक्षक सेवाएं दे रहे हैं.
- साथ ही 364 पद अभी रिक्त है.
स्क्रीनिंग समिति का गठन
शिक्षा निदेशालय ने योग्य शिक्षकों की पहचान और चयन के लिए तीन-सदस्यीय स्क्रीनिंग समिति गठित की है.
- जिसमें की पहली समिति राज्य दिव्यांगता आयुक्त
- और दूसरी समिति राज्य शिक्षा विभाग के सचिव
- और पुनर्वास परिषद का नामांकित विशेषज्ञ
- यह समिति योग्य और उपयुक्त अस्थायी शिक्षकों को नियमित नियुक्ति प्रदान करने के लिए पात्रता का मूल्यांकन करेगी.
महत्वपूर्ण दस्तावेज़
- शैक्षणिक प्रमाणपत्र
- डिप्लोमा/Ed. प्रमाणपत्र
- RCI पंजीकरण प्रमाणपत्र
- पहचान पत्र (आधार कार्ड आदि)
- पासपोर्ट साइज फोटो
भर्ती प्रक्रिया की विशेषताएं
- नियमित वेतनमान पर नियुक्ति: योग्य अस्थायी शिक्षकों को विशेष शिक्षक के वेतनमान पर नियमित किया जाएगा.
- आयु सीमा में छूट: जो शिक्षक लंबे समय से कार्यरत हैं, उन्हें आयु सीमा में छूट देने पर विचार किया जाएगा.
- DSSSB के माध्यम से परीक्षा: भर्ती प्रक्रिया दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) द्वारा आयोजित परीक्षा के तहत होगी.
- शैक्षणिक सत्र 2025-26 से शुरुआत: पूरी प्रक्रिया इसी शैक्षणिक सत्र से शुरू की जायगी.
लेखक: रवीना सिंह