कोरोना वायरस से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को घर में रहने की अपील की है. जगह-जगह पर राज्य सरकारों ने लॉकडाउन की घोषणा की है. जिसके बाद खाद्य सामग्री को लेकर तरह-तरह की बातें होने लगी है. बाजार में अफ़वाह तेज है कि दूध की आपूर्ति पर पाबंदी लगा दी गई है. जबकि सरकार ने साफ कह दिया है कि दूध और उससे बनने वाले उत्पादों पर किसी तरह का रोक नहीं लगाया गया है.
बाजार में दूध की बढ़ी मांग
गौरतलब है कि पीएम की अपील के बाद अचानक ही दूध की मांग में बढ़त देखी जा रही है. लोग घरों में इसे जमा करने में जुटे हुए हैं. रविवार और सोमवार के दिन दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में सुबह 6 से शाम 7 बजे तक दूध खरीदने वालो की होड़ लगी रही. कहीं-कहीं पर शाम सात बजे के बाद लोगों को दूध नहीं मिला.
क्या सच में दूध उपलब्ध नही है?
लॉकडाउन के समय में भी दूध की आपूर्ति पर किसी तरह का असर नहीं पड़ा है. देश में अन्य खाद्य उत्पादों की तरह दूध की कोई कमी नहीं है. हर राज्य में दूध की आपूर्ति पहले की तरह ही हो रही है.
क्या है सरकारी आदेश?
दूध की सप्लाई पर केंद्र या राज्य सरकारों द्वारा किसी तरह की रोक नहीं लगाई है. इसे आवश्यक वस्तु की श्रेणी में रखा गया है. दूध के साथ ही इससे बनने वाले अन्य उत्पादों जैसे घी, दही आदि की सप्लाई भी पहले की तरह जारी है. इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है.
अफ़वाहों पर न दें ध्यान
सोशल मीडिया पर एक अफ़वाह उड़ी थी कि अमूल किसानों से दूध की खरीदारी बंद कर देगा. इसके साथ ऐसी भी बातें चल रही थीं कि देशभर में चिलिंग सेंटर भी बंद रहेंगें. जबकि अमूल द्वारा ऐसा कुछ भी नहीं किया जा रहा है. कंपनी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह दूध की खरीदारी पहले की तरह ही जारी रखेगी.
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