अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और विश्व खाद्य पुरस्कार फाउंडेशन के अध्यक्ष कनेथ एम० क्विन ने साइमन एन० ग्रोट को 2019 विश्व खाद्य पुरस्कार विजेता के रूप में घोषित किया है. श्री ग्रोट ने 60 से अधिक उष्णकटिबंधीय देशों में छोटे किसान समुदायों के स्वास्थ्य और आर्थिक अवसरों को बेहतर बनाने में एक परिवर्तनकारी भूमिका निभाई है, जिससे उन्हें निर्वाह खेती से बागवानी उद्यमिता तक ले जाने में मदद मिली है.
विश्व खाद्य पुरस्कार ‘फूड के लिए नोबेल पुरस्कार’ के रूप में जाना जाता है. 2019 विश्व खाद्य पुरस्कार के विजेता साइमन एन० ग्रोट के कंपनी ईस्ट-वेस्ट सीड (ईडब्ल्यूएस) को पिछले चार दशकों से सम्मान मिलता आ रहा हैं. ग्रोट ने दक्षिण-पूर्व एशिया में शुरू हुए और पूरे एशिया, अफ्रीका, अमेरिका और लैटिन में फैलते हुए एक गतिशील, लघु-केंद्रित-केंद्रित उष्णकटिबंधीय सब्जी बीज उद्योग को सफलतापूर्वक विकसित किया है. साइमन एन० ग्रोट के काम ने सब्जियों की फसलों के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों स्तर पर बाजारों को संचालित किया है, जिससे हर साल लाखों परिवारों के लिए पौष्टिक सब्जियां व्यापक रूप में उपलब्ध होने के साथ ही सस्ती मिल जाती हैं.
केनेथ क्विन ने कहा, "उनके सामने नॉर्मन बोरलॉग की तरह, साइमन ग्रोट ने लाखों लोगों की आजीविका को बेहतर बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है. उन्होंने और उनकी कंपनी ने, बीज उत्पादकों के एक प्रभावशाली वैश्विक नेटवर्क को विकसित किया है, जो हर साल 20 मिलियन किसानों के जीवन को बदलने का कार्य कर रहे हैं. इस असाधारण उपलब्धि के लिए, वह वास्तव में 2019 विश्व खाद्य पुरस्कार विजेता के नाम से जानने के योग्य है.”
उन्होने आगे कहा, ‘जब श्री ग्रोट ने ईस्ट-वेस्ट सीड की शुरुआत की, तो कम से कम कटाई के साथ किसान सब्जियों की खेती कर रहे थे. लाभ के उद्देश्य से सब्जी का उत्पादन कैसे करें उससे सभी अंजान थे. साथ ही कई किसानों को कम गुणवत्ता वाले बीजों के साथ अच्छी फसल उगाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था, जिसे वे अक्सर सीजन से सीजन तक ही बचा पाते थे. कम गुणवत्ता वाले बीजों के कारण कम पैदावार हुई, जिस वजह से किसानों और उनके परिवार में गरीबी और कुपोषण का विस्तार हुआ. ग्रूट ने किसानों की दुर्दशा के प्रति सहानुभूति व्यक्त की और गरीबी के दुष्चक्र को तोड़ने और उच्च मूल्य वाली अलग- अलग सब्जियों के फसलों के द्वारा किसानों को समृद्ध बनाने के लिए मदद करने का एक तरीका ढूंढा.
स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर काम करते हुए श्री ग्रोट ने ईस्ट-वेस्ट सीड के आधुनिक ज्ञान के हस्तांतरण कार्यक्रम का भी निर्माण किया, जो हर साल हजारों किसानों को सब्जी उत्पादन के लिए कृषि के सर्वोत्तम तरीकों के बारें में प्रशिक्षित करता है. स्थानीय किसानों के परिश्रम और समर्पण पर जोर देते हुए ग्रोट ने कहा कि, “यह पुरस्कार वास्तव में उन लाखों छोटे किसानों के लिए है जो अपने और अपने समुदायों के लिए खेती को स्थायी व्यवसाय बनाने के साथ ही खेती से सफलतापूर्वक लाभ कमा रहे हैं. उन्होंने यह साबित किया है कि छोटे पैमाने पर सब्जी की खेती ग्रामीण स्तर के लोगों की आय और रोजगार बढ़ाने के साथ ही एक ही समय में पोषण में सुधार करने का एक प्रभावी तरीका है.”
वागेनिंगन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और अनुसंधान के अध्यक्ष डॉo आईआर लुईस ओo फ्रेश्को ने कहा कि “मुझे गर्व है कि हमारे वैज्ञानिक अनुसंधान से हम उष्णकटिबंधीय सब्जी बाजार के विकास में योगदान देने में सक्षम हुए हैं. क्योंकि, सभी संस्थानों के बीच डच दृष्टिकोण इस तरह का सहयोग का एक ताकत है और लोग डॉo बोरलॉग साइमन ग्रोट की साहसिकता, प्रतिबद्धता और दृष्टि से प्रभावित हुए होंगे, और मुझे यकीन है कि उन्होंने अपने विश्वास को साझा किया होगा कि वास्तविक खाद्य सुरक्षा में केवल कैलोरी ही नहीं, बल्कि सब्जियों को प्रदान करने वाले पोषण संबंधी लाभ भी शामिल होने चाहिए.”
श्री ग्रोट 17 अक्टूबर, 2019 को डेस मोइनेस के आयोवा स्टेट कैपिटल में विश्व खाद्य पुरस्कार प्राप्त करेंगे.
विश्व खाद्य पुरस्कार ( World Food Prize ) के बारे में
विश्व खाद्य पुरस्कार उन लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है, जिन्होंने दुनिया में भोजन की गुणवत्ता, मात्रा या उपलब्धता में सुधार के लिए असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं. इस पुरस्कार की स्थापना 1986 में 1970 के नोबेल शांति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता डॉo नॉर्मन ईo बोरलॉग के द्वारा की गई थी. तब से, विश्व खाद्य पुरस्कार ने 49 उत्कृष्ट लोगों को सम्मानित किया है, जिन्होंने दुनिया भर में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इसके बारें में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप Www.worldfoodprize.org पर विजिट कर सकते हैं.
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