केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गांधी जयंती के शुभ अवसर पर गोबर से बने साबुन को बाजार में लॉन्च किया था. जोकि हमारे पर्यावरण को अनुकूल और शुद्ध रखने के साथ-साथ हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होगा. यह साबुन पूरी तरह एंटी -बैक्टीरियल होगा जो त्वचा को खतरनाक बैक्टीरिया से बचाने के साथ -साथ त्वचा को साफ़ और खूबसूरत भी बनाएगा.
इसके साथ ही अब कंपनियां गाय के गोबर से बने उत्पादों को बाजार में उतारने जा रही है जैसे-साबुन, टूथपेस्ट, फर्श क्लीनर, हेयर ऑयल, अगरबत्ती, शेविंग क्रीम और फेस वॉश आदि. बता दे कि साबुन में सूखे और गूदे वाले गोबर, संतरे के छिलके, लैवेंडर पाउडर और आंवला होगा. कुछ कंपनियाँ बहुत जल्द गाय के गोबर और मूत्र से कॉस्मेटिक उत्पादों और दवाओं को तैयार करके बाजारों में उतारने की तैयारी में है.
भारतीय शास्त्रों, और विशेष रूप से वेदों में, गाय के गोबर और गोमूत्र में उच्च औषधीय गुणों के होने का उल्लेख किया गया है. गौरतलब है कि आयुर्वेद में जड़ी बूटियों का उपयोग बहुत अधिक मात्रा में किया जाता है, लेकिन गाय के गोबर के गुणों से अभी भी लोग वंचित है. गाय के गोबर और मूत्र में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण कई तरह की समस्याओं को दूर करने में काफी ज्यादा उपयोगी है.
गाय के गोबर से बने उत्पादों को लोगों के सामने लाने के लिए सरकार अच्छा काम कर रही है. इससे लोगों का रुझान जैविक चीजों की तरफ बढ़ेगा. साथ ही हमारा पर्यावरण भी शुद्ध होगा. अगर सरकार इस तरह के उत्पाद बनाएगी तो काफी लोगों के लिए रोजगार के भी साधन खुलेंगे. ज्यादा से ज्यादा लोगों की दिलचस्पी पशुपालन में बढ़ेगी. नतीजतन किसानों को कर्ज के बोझ तले अपनी जान नहीं देनी पड़ेगी.
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