7 जुलाई यानी रविवार शाम तक देश में 12.1 मिमी बारिश दर्ज की गई. यह सामान्य (8.7 मिमी) से 39 प्रतिशत ज्यादा थी. इसके साथ ही देश के 17 राज्यों में 3 से 4 दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. कृषि मंत्रालय के अनुसार जून और जुलाई के पहले सप्ताह में मानसूनी बारिश कम होने की वजह से खरीफ की फसल पर काफी प्रभाव पड़ा है. पिछले वर्ष से खरीफ फसलों का रकबा 27 फीसद घटा है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के अनुसार जानते है देशभर में होने वाले अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की गतिविधियों के बारे में -
देश भर में बने मौसमी सिस्टम Weather System
उत्तरी जम्मू और कश्मीर के उच्च अक्षांश पर ऊपरी हवा के ट्रफ के रूप में कम दबाव वाला पश्चिमी विक्षोभ बना रहा है.मध्य पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब के हिस्सों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है. इसके साथ ही एक ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से उत्तरी राजस्थान, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और झारखंड होते हुए उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक फैल गयी है. उत्तरी मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिणी उत्तर प्रदेश के भागों में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसके साथ ही बिहार के पश्चिमी इलाकों और उससे सटे उत्तरी झारखंड के हिस्सों में एक कमजोर निम्न दवाब क्षेत्र बन गया है. एक चक्रवाती क्षेत्र उत्तर पूर्वी अरब सागर और उससे सटे दक्षिणी गुजरात के हिस्सों में स्थित है.कोंकण तट से केरल तट तक एक अप तटीय ट्रफ रेखा फैल गई है.
आने वाले 24 घंटों के दौरान मौसम की गतिविधियां Upcoming 24 hours weather Activities
आने वाले 24 घंटों के दौरान, बिहार, झारखंड के कुछ भागों में तो वहीं उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश, पूर्वोत्तर राजस्थान, हरियाणा के उत्तरी हिस्सों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, कोंकण तट और तटीय कर्नाटक के हिस्सों में गरज के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है. जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्सों सहित गुजरात, दक्षिणी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तरी तेलंगाना, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल और केरल के कई हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश होने के आसार है.
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