मौसम में हो रही हलचल ने लोगों को परेशान कर रखा है. राजधानी दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा समेत कई राज्यों में तो सुबह और शाम को हल्की ठंड महसूस की जा सकती है. इसी बीच दोपहर में भी उमस भरी गर्मी का दौर अभी भी जारी है.
दरअसल, देश के ज्यादातर राज्यों से मानसून की विदाई हो चुकी है, इसलिए आने वाले कुछ दिनों में बारिश होने की कोई संभावना नहीं दिख रही है. आपको बता दें कि उत्तर पश्चिम भारत से लेकर दक्षिण पश्चिम मानसून सितंबर तक विदाई ले लेता है, लेकिन इस बार मानसून की विदाई ज्यादातर राज्यों में नहीं हुई, क्योंकि इस बार मानसून का आगमन देरी से हुआ है, इसलिए ये देरी से लौट रहा है. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक, जानते हैं आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान (Weather Forecast) -
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण महाराष्ट्र और कर्नाटक तट के पास पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बना हुआ है. पूर्वी मध्य अरब सागर पर बने चक्रवाती परिसंचरण से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा से होते हुए गुजर रही है.
निचले स्तरों में बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान पर बना हुआ है.उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे म्यांमार के तट के पास 10 अक्टूबर के आसपास एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, अगले 24 से 48 घंटों के दौरान गुजरात के कुछ और हिस्सों, पूरे राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली पश्चिमी हिमालय और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं.
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, केरल तटीय कर्नाटक और कोंकण और गोवा के एक या दो हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है.
तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, दक्षिण मध्य प्रदेश और दक्षिण गुजरात में हल्की बारिश संभव है.
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