
IMD Weather Update: देश के कई हिस्सों में गर्मी ने दस्तक दे दी है और अगले कुछ दिनों में तापमान और गर्म हवाएं तेज़ होने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार, आज से लेकर 18 अप्रैल के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि हो सकती है. वहीं, मध्य भारत में अगले 24 घंटों में तापमान स्थिर रह सकता है, लेकिन 14 से 19 अप्रैल के बीच यहां भी तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ने की संभावना है.
इसी तरह पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में आने वाले 5 दिनों तक तापमान में 2 से 4 डिग्री की वृद्धि हो सकती है, जबकि उसके बाद दो दिन तापमान स्थिर रह सकता है. देश के बाकी हिस्सों में तापमान में फिलहाल किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है.
हीटवेव को लेकर अलर्ट जारी, राजस्थान सबसे अधिक प्रभावित
मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान में 14 से 19 अप्रैल के बीच हीटवेव और गंभीर हीटवेव (Heatwaves and Severe Heatwaves) की चेतावनी दी है. इस दौरान कुछ स्थानों पर हीट स्ट्रोक और गर्मी से जुड़ी बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं. विभाग ने इस क्षेत्र को रेड अलर्ट/Red Alert श्रेणी में रखा है, जिसका मतलब है कि सभी उम्र के लोगों में हीट स्ट्रोक का ख़तरा बहुत अधिक है.
रेड अलर्ट वाले क्षेत्रों में बच्चों, बुज़ुर्गों और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है. वहीं ऑरेंज अलर्ट/Orange Alert वाले क्षेत्रों में भी तापमान काफी अधिक रहेगा. यहां विशेष रूप से उन लोगों को खतरा है जो लंबे समय तक धूप में रहते हैं या शारीरिक श्रम करते हैं.
खेती-बाड़ी पर असर, किसानों के लिए सलाह
मौसम में बदलाव का असर खेती पर भी काफी अधिक पड़ सकता है. ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश और तटीय आंध्र प्रदेश में ओलावृष्टि और तेज़ हवाओं की संभावना को देखते हुए किसानों को हेल-नेट या हेल-कैप का उपयोग करने की सलाह दी गई है ताकि सब्जियों और बागवानी फसलों को नुकसान से बचाया जा सके.
IMD ने अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में खड़ी फसलों और सब्जियों की तुरंत कटाई कर सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी गई है. वहीं, पश्चिम राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना और उत्तरी तमिलनाडु में फसलों को गर्मी से बचाने के लिए शाम के समय हल्की सिंचाई करने की आवश्यकता है.
पशुपालन और मछली पालन पर मौसम का प्रभाव
भारतीय मौसम विज्ञान ने भारी वर्षा या ओलावृष्टि के समय पशुओं को शेड के अंदर रखने और उन्हें संतुलित आहार देने की सलाह दी गई है. पोल्ट्री शेड की छत को घास से ढंकने और पशुओं को साफ, ठंडा पानी देने की सिफारिश की गई है. मछली पालकों को तालाबों के चारों ओर जल निकासी की व्यवस्था करने और मछलियों को अधिक पानी में बहने से बचाने के लिए जाल लगाने को कहा गया है.
गर्म हवाएं और आर्द्र मौसम की संभावना
तेज गर्म हवाओं का असर उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक महसूस किया जाएगा. 14 से 19 अप्रैल के बीच पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में गर्म हवाएं चलने की संभावना है. इसके अलावा कुछ क्षेत्रों में गर्म और उमस भरा मौसम भी रहने की चेतावनी दी गई है, जिससे आम लोगों को असहजता हो सकती है.
गर्मी से बचाव के लिए सुझाव
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अलर्ट को गंभीरता से लें और गर्मी से बचाव के सभी उपाय अपनाएं. विशेष रूप से बच्चों, बुज़ुर्गों और बीमार लोगों की देखभाल में कोई लापरवाही न करें. हीटवेव के दौरान सतर्क रहकर ही सुरक्षित रहा जा सकता है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे गर्मी के संपर्क में आने से बचें, खुद को हाइड्रेट रखें और ढीले, सूती कपड़े पहनें. बिना प्यास लगे भी पानी पीते रहें और घर के बने पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन करें. पीला अलर्ट वाले क्षेत्रों में भी सामान्य तापमान की तुलना में गर्मी अधिक महसूस होगी, इसलिए वहां भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
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