केंद्र और राज्य सरकार की ओर से बागवानी और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए सरकार अपनी ओर से किसानों को कई योजनाएं चलाती आ रही है, जिसके माध्यम से किसानों को लाभ मिल रहा है.
सरकार चाहती है कि किसान परंपरागत खेती की जगह बाजार की मांग पर आधारित खेती करने पर अधिक ध्यान दें, ताकि उन्हें अच्छा मुनाफा मिल सके और किसानों की आय बढ़ सके.
इसी क्रम में हरियाणा सरकार की ओर से किसानों को बागवानी फसलों पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है. इसके लिए राज्य सरकार की ओर से ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए किसानों को सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है. जैसे-जैसे समय में बदलाव हो रहा है लोगों की मांगे भी बदलने लगी है. ऐसे में सरकार का किसानों से कहना है कि बढ़ती मांगों को देखते हुए खेती की जाए. वहीँ इसके उत्पादन के लिए राज्य सरकार की ओर से 35 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से सब्सिडी प्रदान की जाएगी.
क्यों बढ़ रही है ड्रैगन फ्रूट की मांग
मिली ख़बरों के अनुसार, किन्नू, अमरूद, अनार, स्ट्राबेरी के बाद अब सिरसा में ड्रैगन फ्रूट और अंजीर की खेती पर जोर दिया जा रहा है. इसके लिए जिला बागवानी विभाग की ओर से बागवानी करने वाले किसानों को ड्रैगन फ्रूट व अंजीर की खेती के लिए अनुदान दिया जाएगा. जिले में ड्रैगन फ्रूट और अंजीर का उत्पादन बढ़ाने के लिए पर सरकार का जोर हैं, क्योंकि इनकी बाजार मांग अच्छी रहती है और इसके भाव भी अन्य फलों की अपेक्षा में ऊंचे मिलते हैं जिससे किसानों को फायदा होता है.
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ड्रैगन फ्रूट की खेती से कितना लाभ
बता दें कि ड्रैगन फ्रूट मानसून में तैयार होता है. इसके फल मानसून के 4 महीने में हर 40 दिनों के अंतराल में पकते हैं. वहीँ फल के वजन की बात करें तो इसके एक फल का वजन औसतन 100 से 300 ग्राम तक होता है. ड्रैगन फ्रूट इमुनिटी बूस्टर है, इसलिए यह 500 रुपए किलो तक बिकता है. किसान इसकी खेती कर किसान सालाना लाखों रुपए कमा सकते हैं.
प्रति एकड़ 30 हजार रुपए का अनुदान
जिला बागवानी विभाग द्वारा अंजीर व ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को 30 हजार रुपए प्रति एकड़ अनुदान राशि देगा. किसानों को अंजीर व ड्रैगन फ्रूट को लगाने, पालन पोषण इत्यादि के बारे में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
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