खरीफ फसलों की बुवाई पर मॉनसून की देरी का बुरा असर पड़ा है। इस दौरान पिछले वर्ष की तुलना में 22 जून तक के आंकड़ों के अनुसार फसलों की बुवाई में 9.7 प्रतिशत की कमी आई है। हालांकि कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तरी हिस्सों में मॉनसून पहुंचते ही धान, तिलहन एवं दलहन की फसलों की बुवाई तेजी पकड़ लेगी।
मॉनसून ने समय से पहले दी देश में दस्तक दी थी। लेकिन पिछले पंद्रह दिनों के दौरान मॉनसून कमजोर होता चला गया। मौसम विभाग ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में कहा है कि 24 जून से मॉनसून में रफ्तार तेज होने के आसार हैं। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और छत्तीगढ़ में मॉनसून 10 दिन पीछे चल रहा है।
कृषि विभाग के ताजा आंकड़ों की माने तों दलहन की बुवाई में पिछले साल की तुलना में अभी तक कमी आई है। कुल 5,00,0000 हैक्टेयर में दलहन बुवाई हुई है। तो वहीं तिलहन की फसलों की बुवाई में अभी तक कमी दर्ज की गई है, अभी तक कुल 1,90,000 हैक्टेयर रकबे में बुवाई हुई है जो कि पिछले सत्र की अपेक्षा काफी कम है।
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