FTJ देश के किसान भाइयों से हर समय जुड़ा हुआ है. इसी कड़ी में आज हम ऐसे ही एक किसान के बारे में बताएंगे, जिसे खुद FTJ के किसान पत्रकार धर्मेंद्र नागर ने कवर किया है.
बता दें कि धर्मेंद्र नागर इससे पहले भी किसानों की मदद के लिए आगे आ चुके हैं. उनके द्वारा दी गई जानकारी किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित होती है, जिसके चलते वह अब ऐसे एक सफल किसान की स्टोरी लेकर आए हैं, जो थाई एप्पल बेर की खेती (Thai Apple Plum Farming) से अच्छी आमदनी कमा रहे हैं. आपको बता दें कि यह सफल किसान जितेन्द्र नागर धाकड़ हैं. यह राजस्थान के बूंदी जिला ग्राम केशव नगर तहसील नैनवा के रहने वाले हैं.
बेर की खेती से 80 हजार तक मुनाफा
किसान जितेंद्र नागर बताते हैं कि वह अभी 10 बीघा में खेती करते हैं, उन्होंने अपने खेत में 3 से 4 किस्मों के पौधे लगा रखे हैं. जो कुछ इस प्रकार से हैं, सेब गोला, उमरा और ग्रीन कश्मीरी एप्पल आदि. उन्होंने अपने 10 बीघा खेत में लगभग थाई एप्पल बेर के 500 पौधे लगाए हुए हैं. किसान जितेंद्र का कहना है कि वह अपने खेत में इंटरक्रॉपिंग भी करते हैं. वर्तमान समय में उन्होंने थाई एप्पल बेर के पौधों के बीच में बैंगन, मिर्च, पपीता और सोयाबीन बोया हुआ है, ताकि वह फसल से डबल मुनाफा कमा सकें.
किसान जितेंद्र नागर का कहना है कि इस खेती ने उन्हें डेढ़ साल में अच्छा मुनाफा कमाकर दिया है. वह बताते हैं कि इस पूरी खेती में उनका खर्च लगभग 40 हजार रुपए तक आया था और मुनाफा इससे दुगना हुआ है. करीब-करीब 80 हजार रुपए तक उन्होंने इस खेती से कमाएं हैं.
थाई एप्पल बेर पर एक झलक
थाई एप्पल बेर (Thai Apple Plum) एक मौसमी फल है, जिसे थाईलैंड की किस्म (variety of Thailand) कहा जाता है. दिखने में यह बेहद चमकदार और सेब के आकार का होता है.
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यह बेर भारतीय बेर के आकार में बड़ा होता है. देश में इसकी खेती से किसान अपनी आमदनी को बढ़ा रहे हैं. बता दें कि इसके एक पेड़ से हर साल लगभग 40 से 50 किलो फल का उत्पादन प्राप्त होता है.
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