आज के दौर में कई लोगों का शौक पेड़-पौधों की तरफ बढ़ रहा है. इसी की एक मिसाल उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में रहने वाले 24 वर्षीय अनुभव वर्मा है, जो ग्रेजुएशन करके बैंक में नौकरी की तैयारी कर रहे हैं. इसके साथ ही छत पर गार्डनिंग भी करते हैं. उन्हें बचपन से ही पेड़-पौधों से इतना लगाव है कि अपने घर की छत पर ही टेरेस गार्डन बनाना शुरू कर दिया है. आइए आज आपको इस सफल किसान की कहनी से रुबरू कराते हैं.
साल 2015 में की शुरुआत
खबरों की मानें, तो अनुभव वर्मा ने साल 2015 से अपना टेरेस गार्डन बनाना शुरू किया था. इसमें आज लगभग 300 से ज्यादा पेड़-पौधे हैं. उन्होंने फूलों से गार्डनिंग की शुरुआत की और धीरे-धीरे सब्जी, हर्ब्स, फल और मसाले भी उगाना शुरू कर दिया. उनका एक सपना है कि वह एक मिक्स्ड गार्डन बनाएं और उसके फल पूरे मोहल्ले को खिलाएं.
गार्डनिंग से दूर होता है तनाव
अनुभव का मानना है कि हर मौसम पेड़-पौधे लगाने के लिए उपयुक्त होता है. बस आपको इसकी शुरुआत करनी होती है. वह सुबह-शाम अपने गार्डन में वक्त बिताते हैं, साथ ही नौकरी की तैयारी भी करते हैं. यहां रहने से उनका तनाव दूर होता है और उन्हें शांति मिलती है.
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गार्डन में उगा रहे बहुत कुछ
अनुभव की मेहनत है, जो आज उनके परिवार को ताजी सब्जियां और कुछ फल खाने को मिल रहे हैं. उन्होंने अपनी छत पर कई तरह के फूल उगा रखे हैं, साथ ही 4 तरह के मसाले, 8 से 10 तरह के फल, 6 से 7 मौसमी सब्जी उगा रखी हैं. इसके अलावा मसालों में काली मिर्च, लौंग, इलायची और तेजपत्ता लगाए हुए हैं. अगर फलों की बात करें, तो पपीता, कमरख, लीची, बेर, शहतूत, अंजीर, आम, अमरुद, आंवला, सीताफल, और चीकू के पेड़ लगा रखे हैं. इसके अलावा लौकी, तोरई, करेला, गोभी, हरी मिर्च, बैंगन और टमाटर आदि उगा रखे हैं.
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