आज हम बात करेंगे बिहार के छोटे से गांव के बेतिया के किसान लाल चौधरी की,जिन्होंने इंटरक्रॉपिंग तकनीक से ऐसी खेती की है जिस से कृषि विभाग ने लाल चौधरी की सक्सेस स्टोरी को मुख्यमंत्री नीतीश के पास भेजने की तैयारी कर ली है. लाल चौधरी ने रमन मैदान के पास 4 एकड़ जमीन लीज पर ली और उस पर उन्होंने खेती करना शुरू कर दिया. उन्होंने ने 10 फीट के पपीता के पेड़ पर 3 से 5 केजी के 40 पपीते उगाए हैं और सबको आचार्यचकित कर दिया.
आर्गेनिक खाद का प्रयोग
उन्होंने इसमें सिर्फ आर्गेनिक खाद का ही प्रयोग किया| जिस वजह से एक-एक पौधे में तीन से चार किलो वाले फल लगे हुए है तथा जमीन के अंदर चुकंदर के पौधे भी है जो की आकर्षण का केंद्र बने है.
इंटरक्रॉपिंग खेती का मुआयना
लाल चौधरी के इंटरक्रॉपिंग खेतों का मुआयना करने आए डीओए शिलाजीत सिंह ने उनके खेतों में काफी समय बिताया और उन्हें नई-नई सलाहें भी दी. लाल चौधरी के खेतों का फल का स्वाद चख कर सब हैरान रह गये और स्वाद काफी ज्यादा लाजवाब था.
डीओए द्वारा शाबाशी मिलने से उनका उत्साह और भी बढ़ गया है अब दूर -दूर से लोग उनकी खेती की तकनीके सिखने आ रहे है. वह लोगो के लिए रोल मोडल के तोर पर उभरे है . उनकी इस मेहनत की सफलता को कृषि विभाग द्वारा मुख्यमंत्री तक पहुँचाया जायेगा. जिस से और भी किसानो के हौसले बढ़ेंगे और वो भी तरक्की की राह चलेंगे.
मनीशा शर्मा, कृषि जागरण
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