Success Story: खेती में सफल होने के लिए मेहनत, नई तकनीक और फसल की सही देखभाल करना बहुत जरूरी है. इसके अलावा किसान के लिए प्रयास और धैर्य की भी बेहद आवश्यक होता है. यदि किसान लगातार प्रयास करता रहे, तो एक ना एक दिन वह अपनी खेती में सफलता जरूर प्राप्त करता है. ऐसा ही कुछ राजस्थान के रहने वाले प्रगतिशील किसान संतोष कुमार स्वामी ने कर दिखाया है. संतोष कुमार स्वामी एक वकील है और वर्तमान में सफेद मूंगफली, अश्वगंधा, नींबू, अमरूद, सरसों और काला गेहूं समेत कई फसलों की खेती करके लाखों रुपये सालाना कमा रहे हैं.
कृषि जागरण के इस आर्टिकल में आज हम आपको प्रगतिशील किसान संतोष कुमार स्वामी की सफलता की पूरी कहानी बताने जा रहे हैं.
खेती के लिए पत्नी ने किया था प्रोत्साहित
कृषि जागरण से बात करते हुए प्रगतिशील किसान संतोष कुमार स्वामी ने बताया कि, वह राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के रहने वाले है और जैविक खेती ही करते हैं. बता दें, संतोष कुमार स्वामी एक किसान होने के साथ-साथ एक वकील भी हैं. अगर खेती-किसानी से जुड़ने की बात करें, तो संतोष कुमार स्वामी पिछले सात सालों से खेती-किसानी के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और कई प्रकार के औषधीय पौधों और फलों की खेती करते हैं. जिसमें सफेद मूंगफली, अश्वगंधा, नींबू, अमरूद, सरसों और काला गेहूं शामिल है. किसान संतोष कुमार स्वामी ने बताया कि, उनकी पत्नी कृषि विभाग में एक अधिकारी हैं, और उन्होंने ही उन्हें खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया है. पहले वह सवाई माधोपुर में ही पोस्टेड थीं, लेकिन बाद में उनका ट्रांसफर जयपुर हो गया.
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100 बीघा जमीन पर करते हैं खेती
कृषि जागरण से बात करते हुए किसान संतोष कुमार स्वामी ने बताया, पहले वह खाली समय में खेती किया करते थे, इसके बाद धीरे-धीरे उनकी रूचि इसमें बढ़ने लगी और उन्होंने वकालत की जगह खेती पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि, संतोष कुमार स्वामी के पास 100 बीघा (25 हेक्टेयर) के करीब कृषि योग्य जमीन है, जिसमें से 30 बीघा जमीन पर वह जैविक खेती करते हैं. आपको बता दें, किसान संतोष कुमार स्वामी सरसो, गेहूं, चना, अमरूद, स्ट्रॉबेरी, सफेद मूसली और ड्रैगन फ्रूट की खेती जैविक विधि से करते हैं. किसाने ने बताया कि, वह विभिन्न माध्यमों से अपनी फसल को बेचते हैं. इसके अलावा फसल की बिक्री के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल करते हैं.
ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स के नाम पर लोगों को जा रहा है ठगा
प्रगतिशील किसान संतोष कुमार स्वामी ने बताया कि, वह जयपुर के कुछ बड़े मॉल और बड़ी दुकानों में अपने जैविक फलों की सप्लाई करते हैं. वह डिंमांड के हिसाब से ही अपनी फसल का उत्पादन करते हैं, जिससे उन्हें मुनाफा भी होता है और फसल भी बर्बाद नहीं होती. किसान संतोष कुमार ने बाताया कि, वह अपने फलों की सप्लाई विदेशों में भी करते हैं. उन्होंने कृषि जागरण से बात करते हुए कहा कि, आज के समय में बाजार के अंदर लोगों को ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स के नाम पर ठगा जा रहा है. लेकिन, वह अपनी फसल में किसी भी प्रकार के पेस्टिसाइड और इंसेक्टिसाइड का इस्तेमाल नहीं करते. किसान संतोष कुमार स्वामी हर साल अपनी फसल को ROKA से प्रमाणीकरण भी करवाते हैं, जिसका वह लोगों को प्रमाण भी दे सकते हैं.
18 से 19 लाख रुपये सालाना कमाई
किसान संतोष कुमार स्वामी के पास 9 गायें भी हैं, जिनसे मिलने वाले गोबर, मूत्र से वे जैविक खेती करते हैं. उन्होंने बताया कि जैविक खेती के शुरुआत में लागत काफी ज्यादा थी लेकिन, बाद में धीरे-धीरे उन्होंने अपनी लागत को पूरा किया है. जिसके बाद औषधीय पौधों से उन्हें काफी फायदा मिला. किसान ने बताया कि, औषधीय पौधों से उन्हें अच्छी आमदनी होती है, जिसका खर्चा 2 हेक्टेयर पर करीब 2 लाख रुपये आता है. उन्होंने कहा कि उनकी आय का मुख्य साधन औषधीय पौधे हैं, जिनसे उन्हें 10 लाख रुपये से ऊपर तक की आमदनी हो जाती है. संतोष कुमार स्वामी के अनुसार, खेती पर उनकी सालाना लागत 5 से 6 लाख रुपये तक आती है. जिसमें वह 18 से 19 लाख रुपये तक सालाना कमा लेते हैं और 12 से 13 लाख रुपये मुनाफा होता है.
“नौकरी करना जरूरी नहीं, खेती में नए अवसर तलाशे युवा”
कृषि जागरण से बात करते हुए उन्होंने बाताया कि, उनके पास एक अपूर्वा ऑर्गेनिक कृषि फार्म नाम से प्रशिक्षण संस्थान भी है, जहां वह अन्य किसानों को औषधीय पौधों और ऑर्गेनिक फॉर्मिंग के बारे में जागरूक करते हैं और उन्हें ट्रेनिंग देते हैं. उन्होंने कृषि जागरण के माध्यम से युवाओं को संदेश दिया कि, जरूरी नहीं पढने के बाद नौकरी ही की जाए, किसानी में भी बेहतर अवसर तलाश सकते हैं और स्मार्ट खेती करके कमाई का अच्छे साधन बना सकते हैं.
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