Lac Cultivation: छत्तीसगढ़ के हासंघ जिले के कुरी हाटा के रहने वाले प्रगतिशील किसान मिलन सिंह विश्वकर्मा आज एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं. जिसकी वजह है लाख की खेती. जिनसे उनका जीवन बदल कर रख दिया. प्रगतिशील किसान मिलन सिंह बताते हैं की वह पिछले करीब 20 सालों से लाख की खेती करते आ रहे हैं. उनकी मुख्य फसल लाख है. जबकि, वह कुछ अन्य फसलों की खेती भी करते हैं. उन्होंने बताया कि उनके पास लगभग 10 एकड़ खुद की जमीन है. इसके अलावा, उन्होंने अन्य किसानों से भी लीज पर जमीन ले रखी है. जिस पर वह खेती करते हैं. वहीं अगर शिक्षा की बात करें, तो किसान मिलन सिंह ने सिर्फ 12वीं तक ही पढ़े हैं. इसके बाद से उन्होंने खेती में ही अपना भविष्य बनाने का निर्णय लिया और आज वह इसी के जरिए अपनी कमाई कर रहे हैं.
तकनीक बदली तो मुनाफा भी बढ़ा
उन्होंने बताया कि पहले वह लाख की खेती पुरानी विधि से करते थे. लेकिन साल 2002 में भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान (IINRG) रांची के कृषि वैज्ञानिक उनके जिले में दौरा करने के लिए आए, उन्होंने बताया कि आप लोग लाख की खेती बहुत पुरानी पद्धति से कर रहे हैं. इसमें आपकी लागत अधिक लगती है और मुनाफा भी काफी कम होता है. वहीं, अगर लाख की खेती नई तकनीकों से की जाए, तो इससे कम समय में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को नई विधि की ट्रेनिंग भी दी. जिसके बाद उन्होंने भी नई विधि सिखी और नए तरीके से लाख की खेती शुरू की. उन्होंने बताया कि आज वह नई तकनीक से खेती करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
200 क्विंटल लाख का होता है उत्पादन
किसान मिलन सिंह ने बताया कि वर्तमान में वह कुल मिलाकर 20 एकड़ में लाख की खेती कर रहे हैं. जिसमें से 10 एकड़ जमीन उनकी खुद की है. जबकि, बाकी 10 एकड़ उन्होंने लीज पर ले रखी है. उन्होंने यह भी बताया कि लाख की खेती के लिए तापमान 17 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहना चाहिए. इसी तापमान में लाख का कीड़ा अच्छे से विकास करता है. उन्होंने बताया कि साल में दो बार लाख की खेती की फसल कटती है. जनवरी में लगाई गई फसल जुलाई माह में काटती है, जिसे जेठवा फसल कहा जाता है. वहीं, जुलाई में लगाई गई फसल को जनवरी माह में काटा जाता है. जिसे अधनी फसल कहा जाता है. सी प्रकार से लाख के दो कीड़े होते हैं, एक रंगनी कीड़ा होता है और दूसरा कुसमी कीड़ा होता है. किसानों के लिए इन दोनों की खेती में कुसमी वाला लाख का कीड़ा काफी फायदेमंद होता है. क्योंकि बाजार में इसकी कीमत किसानों को ज्यादा मिलती है. वह लाख की फसल से सालाना लगभग 200 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर लेते हैं.
अगर मंडीकरण की बात करें, तो प्रगतिशील किसान मिलन सिंह लाख की उपज के लिए मार्केट हमेशा मौजूद रहता है. कभी-कभी व्यापारी उनके खेत पर खुद आकर उपज की सही कीमत देकर जाते हैं. इसलिए लाख की उपज को हमें मंडीकरण करने में कोई खास दिक्कत नहीं होती है. मिलन सिंह विश्वकर्मा के अनुसार, लाख से कई तरह के उत्पाद बनते हैं. जैसे कि आभूषण के सामान, लकड़ी के कई छोटे-छोटे सामान भी बनते हैं. वहीं, इसको कई तरह की दवाइयों में भी इस्तेमाल किया जाता है. जैसे कि दवाइयों का कवर आदि.
सालाना 20 लाख तक की कमाई
अगर लागत और मुनाफे की बात करें, तो किसान मिलन सिंह विश्वकर्मा के अनुसार, लाख की खेती में सालाना लागत करीब 4-5 लाख रुपये तक आती है. वहीं, इसमें मुनाफा 15-20 लाख रुपये तक आसानी से हो जाता है. किसान मिलन सिंह विश्वकर्मा ने कृषि जागरण के माध्यम से किसानों को संदेश दिया कि आप अपने खेत में अन्य फसलों के साथ लाख की भी खेती जरूर करें, ताकि आप अपनी आय बढ़ा सकें. लाख की खेती करने वाले किसानों को कहीं भी भटकना नहीं पड़ेगा और दाम भी आपको आपके अनुसार ही मिलेगा. इसलिए किसानों को अपने खेत में लाख की खेती को अपनाना चाहिए.
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