अगर आप खाने के महत्व को जानते हैं, तो आपके लिए कैटरिंग स्वरोजगार का अवसर बन सकता है. इस काम के लिए न तो आपको अधिक पैसों की जरूरत है और न ही किसी तरह की विशेष डिग्री की आवश्यकता है. मौजूदा दौर में देखा जाए तो लॉकडाउन के बाद सभी को नौकरी मिलना आसान नहीं है, ऐसे में स्वरोजगार के विकल्प खोजने की जरूरत पड़ सकती है और इसमें कोई दो राय नहीं कि कैटरिंग सबसे बढ़िया विकल्प है. चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.
क्या है कैटरिंग सर्विस
कैटरिंग का काम सिर्फ खाना बनाना नहीं बल्कि बने हुए खाने को अच्छी सर्विस के साथ परोसना भी है. आज के समय मे गांवों में भी कैटिरग का प्रचलन बढ़ गया है और बिजी लाइफस्टाइल के कारण आज कैटरिंग की मांग कस्बों और छोटे शहरों में भी होने लगी है. ऐसे में आप इसकी शुरुआत छोटे स्तर पर अपने घर से ही कर सकते हैं.
लागत
इस काम को करने के लिए 50 हजार से 1 लाख रूपए तक की लागत आ सकती है. अगर आप अपने परिवार की सहायता से कुकिंग का काम खुद करते हैं, तो बहुत बहुत पैसा बच सकता है.
लोन की व्यवस्था
इस व्यवसाय के लिए आपको बड़ी आसानी से सरकारी और गैर सरकारी बैंकों से लोन मिल जाएगा. आप प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना (पीएमएमवाई) का लाभ भी उठा सकते हैं.
प्रशिक्षण
इस काम के लिए अगर आप ट्रेनिंग लेना चाहते हैं तो कई संस्थानों से प्रशिक्षण ले सकते हैं. जैसे दिल्ली में ओबेरॉय सेंटर ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट और फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट कैटरिंग का प्रशिक्षण देते हैं. आप प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का लाभ भी उठा सकते हैं.
कमाई
इस व्यवसाय में कमाई के सुनहरे अवसर मौजूद है. अच्छी सर्विस अगर लोगों को मिली तो औसत 30 से 40 हजार रुपए महीना आप आराम से कमा सकते हैं.
(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)
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