कम लागत में अगर आ कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो सिंदूर बनाने का कार्य आपको बड़ा मुनाफा दे सकता है. आपको पता ही है कि सिंदूर सुहाग की निशानी होने के कारण सांस्कृतिक रूप से भारतीय महिलाओं के लिए अनिवार्य है. ऐसे में बाजार में सिंदूर की खपत सातवें आसमान पर है. इसको बनाने की प्रक्रिया भी आशान है. चलिए आपको इस व्यापार के बारे में बताते हैं.
प्राकृतिक चीज़ों से बनाएं सिंदूर
सिंदूर को कई तरह से बनाया जा सकता है, लेकिन आज हम आपको बिलकुल प्राकृतिक तरीका ही बताएंगें. प्राकृतिक सिंदूर से स्किन को किसी तरह का नुकसान नहीं है और यह चमड़े के लिए लाभकारी भी है.
सिंदूर बनाने की सामाग्री
इसको बनाने के लिए आपको 1 किलो हल्दी पावडर, 40 ग्राम फिटकरी, 120 ग्राम सुहागा, 20-25 बूंद नींबू का रस, 2 चम्मच तिल का तेल चाहिए. ध्यान रहे कि सामाग्रियों की मात्रा आपके सीखने के लिहाज से बताई गई है, वास्तव में इनकी मात्रा सिंदूर कितने बड़े स्तर पर बनाना है, इस बात पर निर्भर करता है.
सिंदूर बनाने की विधि
सिंदूर बनाने के लिए सबसे पहले फिटकरी पाउडर और सुहागा को आपस में मिक्स करें. इसके बाद इसमें नींबू का रस डालें और अच्छे से मिलाएं. एक बार मिश्रण तैयार होने के बाद इसमें हल्दी पाउडर डालें और छाया में सूखा लें. इस मिश्रण को अच्छे से सूखने के लिए तीन दिनों का समय लगता है. तीन दिनों में धीरे-धीरे हल्दी का रंग लाल हो जाएगा. अच्छे से सुखाने के बाद इसमें तिल का तेल मिलाएं.
पैकेजिंग
सिंदूर को बनाने के बाद उसके पैकेजिंग का काम आता है. आप इसे किसी छोटे एक सामान डब्बों में रख सकते हैं. छोटे डब्बे आपको प्लास्टिक की दुकानों में मिल जाएंगे. आप चाहें तो सिंदूर को छोटे प्लास्टिक पाउच में भी भर सकते हैं. इनकी कीमत अपने स्थानीय बाजार को ध्यान में रखते हुए लगाएं.
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