ग्रामीण क्षेत्र में नए रोजगारों को जन्म देने वाली सरकार की महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना अब पहले से अधिक बेहतर होने जा रही है. केंद्र की मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए मजदूरों को ना सिर्फ काम बल्कि काम का प्रशिक्षण देने का भी निर्णय लिया है. खास बात यह है कि इस प्रशिक्षण के दौरान हर दिन मजदूरों को भत्ता भी दिया जाएगा.
यहां मिलेगा प्रशिक्षणः
मनरेगा के तहत समस्त तरह के प्रशिक्षण आपके नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र पर दिए जाएंगें. खबरों के मुताबिक प्रशिक्षण में टेक्निकल ट्रेनिंग के साथ-साथ ऑर्गेनिक खाद बनाना आदि भी सिखाया जाएगा. बता दें कि 18 से 35 साल के आयुवर्ग का कोई भी इंसान इस प्रशिक्षण का फायदा ले सकता है. वहीं प्रशिक्षण योजना में मनरेगा मजदूरों को राजमिस्त्री और प्लंबर के कार्य भी सिखाए जाएंगें. इसमें 40 दिन का ऑन साइट प्रशिक्षण भी शामिल होगा.
प्रशिक्षण के दौरान मिलेगा भत्ताः
गौरतलब है कि ग्रामीणों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार कई तरह की योजना-परियोजना चला रही है, लेकिन मजदूरी खोने या दैनिक आर्थिक कार्य ना कर पाने के डर से लोग इन योजनाओं में प्रशिक्षण लेने से डरते हैं. इस बात की गंभीरता को समझते हुए सरकार ने प्रशिक्षण के दौरान लोगों लगभग 200-300 रूपए दैनिक भत्ता देने का निर्णय किया है. ध्यान रहे कि ये योजना अक्टूबर माह के मध्य तक शुरू हो सकता है.
क्या है मनरेगाः
मनरेगा भारतीय ग्रामिण क्षेत्रों में रोजगार देने वाली सरकार की अहम योजना है. इस योजना को 2005 में लागू किया गया था, जिसके तहत प्रत्येक वित्तीय वर्ष में वयस्क लोगों को 100 दिन के रोजगार का लक्ष्य रखा गया था. मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण को बढ़ावा देना, ग्रामीण संपर्क-तंत्रको मजबूत करना, बाढ़ नियंत्रण और सुरक्षा जैसे मुद्दों को शामिल किया गया है.
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