Worms hidden in Cabbage: सर्दियों के मौसम में पत्तेदार और हरी सब्जियों की मांग बाजार में सबसे अधिक होती है. क्योंकि इन सब्जियों में पोषक तत्वों की मात्रा काफी अधिक होती है. देखा जाए तो ठंड के मौसम में पत्तेदार सब्जियां खाने में अधिक स्वादिष्ट और सेहत में भी लगती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पत्तेदार सब्जियों में कई तरह के कीड़े छुपे होते हैं. अगर गलत से कोई व्यक्ति बिना सही से साफ करें इसका सेवन कर लेता है, तो उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे ही एक पत्तेदार सब्जी पत्तागोभी जिसमें कई खतरनाक कीड़े छिपे होते हैं. आज हम आपको इस सब्जी में छिपे कीड़ों को बाहर निकालने के कुछ सरल तरीके के बारे में बताएंगे.
बता दें कि पत्ता गोभी में हल्के हरे रंग का कीड़ा पाया जाता है, जोकि गोभी में छुपा होता है. क्योंकि सब्जी भी हरी होती है, तो यह सरलता से नहीं दिखाई देता है.
फूलगोभी/पत्तागोभी से कीड़े को बाहर निकालने का तरीका
- ध्यान रहे कि आपको बाजार में हमेशा फ्रेश गोभी ही खरीदनी है. फूलगोभी और पत्तागोभी में किसी भी तरह के दाग-धब्बे और खाया हुआ का निशान नहीं होना चाहिए.
- पत्तागोभी की सब्जी बनाने से पहले इसे सही से बारीकी से जांच कर ले और फिर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर ले. हो सके को सब्जी काटने के बाद उसे फैलाकर देख लें. कहीं उसमें कीड़ा तो नहीं छिपा है.
- आप चाहे तो पत्ता गोभी को एक कटोरे में पानी और उसमें हल्का नमक डालें. फिर उसे गैस पर कुछ देर गर्म करें. ताकि पत्तागोभी में जितने भी छुपे कीड़े होंगे वह मर जाएंगे और पानी के साथ बाहर निकल आएंगे.
- इसके अलावा आप चाहे तो बर्फ के पानी में भी पत्ता गोभी में छुपे कीड़े को बाहर निकाल सकते हैं. इसके लिए आपको बर्फ वाले पानी में सब्जी के करीब 1 मिनट तक रखना होगा.
- सिरके के इस्तेमाल से भी कुछ ही देर में पत्तागोभी में छिपे कीड़े बाहर निकल आते हैं. इसके लिए आपको पानी में 1-2 चम्मच सफेद सिरका डाल देना है और फिर उसमें पत्ता गोभी को डालकर साफ कर लेना है.
ये भी पढ़ें: बदलते मौसम में खराश, सर्दी और जुकाम से हैं परेशान, तो अपनाएं ये 5 टिप्स!
कीड़े वाली पत्ता गोभी खाने से होंगे ये नुकसान
कीड़े वाली पत्ता गोभी खाने से पेट दर्द, उल्टी, डायरिया और शरीर में एलर्जी आदि परेशानी शुरू हो जाती है. इसके अलावा पत्ता गोभी में पाए जाने वाले कीड़े का सेवन करने से दिमाग पर भी काफी असर पड़ता है. क्योंकि यह कीड़ा दिमाग में जाकर नसों को नुकसान पहुंचाता है.
Share your comments