चींटी शब्द सुनते ही आपके दिमाग में क्या आता है. क्या आप भी एक ऐसे छोटे से प्राणी की कल्पना अपने मन में करने लगते हैं जिसे कभी आपने आराम करते हुए नहीं देखा. इधर से उधर अपने मुंह में कुछ दबाये भागती ये चींटियां हमारे आस-पास आसानी से देखने को मिल जाती है. लेकिन बावजूद इसके हम इनकी दुनियां से पूरी तरह अनिभीज्ञ ही हैं. हमारे पर्यावरण में ये नन्हें सिपाही अपना बड़ा योगदान निभाते हैं और ये भी सत्य है कि बिना चींटियों के धरती पर सभी का जीवन चक्र चरमरा जायेगा. चलिए आज इस लेख के माध्यम से हम आपको चींटियों के कुछ ऐसे रोचक तथ्य बतातें हैं, जिसे सुन आप संभावित रूप से दांतों तले उंगली दबा लेंगें.
कमजोर नहीं शक्तिशाली होती है चींटिया
आम तौर पर हम चींटियों को बहुत कमजोर या शक्तिहीन मानते हैं. लेकिन आपको ये जानकर आशचर्य होगा कि चींटियां इतनी बलवान होती हैं कि अपने वजन से 20 गुना अधिक तक का वजन सहजता से उठा सकती है. दुनियां भर में चींटियों की करीब 12,000 प्रजातियां हैं, जिनकी भार उठाने की क्षमता अलग-अलग है.
जमीन से होता है सीधा जुड़ाव
चींटियों के कान नहीं होते, लेकिन फिर भी ये हर दुर्घटना की आहट आराम से पा लेती है. दरअसल इनके महसूस करने की क्षमता अद्भूत होती है. ये जमीन से इस कदर जुड़े होते हैं कि आँधी, तूफान या भूंकप का अंदाजा सहजता से लगा लेते हैं. जमीन की जरा सी कंपन पर इनकी पूरी फौज अलर्ट हो जाती है.
अनुशासन प्रिय होती है चींटिया
अनुशासन के मामले में चींटियों से बड़ा कोई उदाहरण नहीं. ये हमेशा एक लाइन में चलती है. भोजन के लिए हमेशा प्रयासित और अपने दल की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहना कोई चींटियों से सीखे.
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