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आसमान में बढ़ते तापमान के वजह से अमरूद मालिकों के चेहरे पर बैचेनी नजर आने लगी है। जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है. वैसे-वैसे अमरूद के फल पीले होकर गिर रहे है. इन फलों मे एनफॉक्स रोग से ग्रस्त होने की संभावना भी बढ़ती जा रही है. राजस्थान के सवाई माधोपुर में अमरूद की खेती करने वाले किसानों को तापमान में गिरावट आने का इंतजार कर रहे है.
कृषि अनुसंधान अधिकारियों के आनुसार आसमान में बादल के होने के वजह से तापमान में बढोतरी हो रही है यही कारण है अमरूद जल्दी पक कर गिर रहा है। तापमान बढ़ने से फल में एनफॉक्स रोग होने की संभावना अधिक हो जाती है। एनफॉक्स से अमरूद फल पर दाग लग जाता है और तापमान बढ़ने से इसकी चपेट में आने की ज्यादा संभावना बढ़ जाती है। तापमान में गिरावट होने के चलते अमरूद के फल में ज्यादा मिठास आएगी।
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पारा गिरे तो फसल में आए जान
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार अमरूद की खेती लिए 20 डिग्री के तापमान उपयुक्त है. जबकि आसमान में बादल के होने के कारण गर्मी बढ़ जाती है. गर्मी के कारण फल जल्दी पक जाते है. सर्दी के आने से अमरूद एनफॉक्स रोग की चपेट से बच जाएगा।
ठंड का इंतजार
राज्य के उद्यान विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक जिले के लगभग आठ हेक्टेयर की जमीन पर अमरूद की खेती हो रही है। इससे सात अरब का व्यापार होने की संभावना है। इसके आलवा जिले के किसानों के बीच अमरूद की खेती को लेकर उत्सुकता बढ़ी है। पौधे लगाने के तीन साल बाद किसानों को बगीचों से आमदनी शुरू हो जाती है। ऐसे में अमरूद के बगीचे लगाने वाले किसानों को तापमान में ठंड की गिरावट का इंतजार है।
किशन अग्रवाल, कृषि जागरण
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