
Litchi Safety Tips: गर्मी के मौसम में लीची एक बेहद पसंदीदा और स्वादिष्ट फल होता है, जिसे बच्चे से लेकर बड़े तक बड़े चाव से खाते हैं. लेकिन अब यही लीची लोगों की सेहत के लिए खतरा बनती जा रही है. इन दिनों बाजारों में बिक रही लाल-लाल चमकदार लीचियों के पीछे एक बड़ा सच छिपा है. जानकारी के अनुसार, कुछ लालच में अंधे व्यापारी लीची को अधिक आकर्षक और ताजगी भरी दिखाने के लिए उस पर कृत्रिम रंग और केमिकल स्प्रे का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये केमिकल न केवल लीची की प्राकृतिक गुणवत्ता को खराब कर रहे हैं, बल्कि इससे लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है.
खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह खतरा और भी गंभीर हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि हम सजग रहें और केवल प्राकृतिक व ताजा लीची ही खरीदें.
क्यों हो रहा है लीची पर स्प्रे?
लीची एक ऐसा फल है, जो पेड़ से तोड़े जाने के बाद बहुत तेजी से अपनी नमी और रंगत खोने लगता है. दो-तीन दिन के भीतर ही इसकी चमक फीकी पड़ने लगती है और गूदे की ताजगी भी कम हो जाती है. खासकर जब लीची को एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसपोर्ट किया जाता है, तो उसके खराब होने की आशंका और बढ़ जाती है. ऐसे में कई व्यापारी लीचियों को ताजगी से भरपूर और अधिक आकर्षक दिखाने के लिए रंगयुक्त स्प्रे का इस्तेमाल करने लगे हैं. जब यहीं पर केमिकल स्प्रे किया जाता है, तो यह रंगत सिर्फ बाहर ही नहीं रुकती, बल्कि लीची के गूदे तक पहुंच जाती है. यही कारण है कि स्प्रे की गई लीची देखने में तो बेहद आकर्षक लगती है, लेकिन असल में वह सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है.
नकली और असली लीची में फर्क कैसे करें?
- रंग का अत्यधिक लाल होना: अगर लीची बहुत ज्यादा चमकदार लाल या गुलाबी नजर आ रही हो, तो सतर्क हो जाइए. प्राकृतिक लीची हल्के गुलाबी और कुछ-कुछ जगहों पर सफेद या हल्के भूरे धब्बों वाली होती है.
- हाथ पर रंग लगना: अगर लीची को हाथ में लेने पर आपके हाथ पर हल्का रंग चढ़ जाए, तो यह साफ संकेत है कि उस पर रंग का प्रयोग किया गया है.
- बदबू या अजीब महक: स्प्रे वाली लीचियों में कभी-कभी रासायनिक गंध भी आती है. अगर लीची से किसी केमिकल जैसी गंध आ रही हो, तो उसे खाने से बचना चाहिए.
- लीची का गूदा: काटने पर अगर गूदा भी हल्का गुलाबी या रंगीन नजर आए, तो वह स्प्रे का असर हो सकता है.
सेहत पर क्या असर हो सकता है?
- एलर्जी या त्वचा पर चकत्ते
- पेट दर्द और गैस की समस्या
- लिवर पर दुष्प्रभाव
- बच्चों में पेट की गड़बड़ी और उल्टी
- लंबे समय तक सेवन से कैंसर की आशंका भी है.
लेखक: रवीना सिंह, इंटर्न, कृषि जागरण
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