Dussehra 2024: दशहरे का त्योहार अधर्म पर धर्म की जीत के रूप में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. जैसा कि आप जानते हैं कि इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर बुराई पर अच्छाई की जीत की. तभी से भारत में विजयादशमी के दिन दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है. यह पर्व देश के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है. वही कई स्थानों पर रामलीला का आयोजन किया जाता है, तो कहीं रावण दहन किया जाता है. साथ ही दशहरे का मेला भी लगता है. लेकिन क्या आप जानते हैं देश के 5 ऐसे शहरों में दशहरा बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है और इनमें शामिल होने के लिए देश-दुनिया के लोग आते हैं और दशहरे के मेलों का आनंद उठाते हैं.
आइए कृषि जागरण के इस आर्टिकल में विस्तार से जानें वे कौन-कौन से शहर है जहां का दशहरा सबसे लोकप्रिय है.
इन 5 शहरों का दशहरा दुनियाभर में है फेमस
दिल्ली का दशहरा/ Dussehra of Delhi
दिल्ली में दशहरे का आयोजन राम-लीला और भव्य सुंदर झांकियों द्वारा बढ़ी धूमधाम से किया जाता है. इस दौरान रामायण के प्रसंगों को रंग-बिरंगे नृत्य, नाटक और संगीत के साथ प्रस्तुत किया जाता है. राम-लीला में प्रभु राम सीता-लक्ष्मण और रावण के पात्रों का अभिनय देखने को मिलते हैं. दिल्ली में कई जगह ऐसे है जहां आप इन आयोजनों का आनंद ले सकते हैं. जैसे प्रगति मैदान, लाल किला, लोटस टेम्पल, जंतर-मंतर और अक्षरधाम मंदिर आदि.
बस्तर का दशहरा/ Dussehra of Bastar
दशहरा के लिए मशहूर छत्तीसगढ़ का आदिवासी क्षेत्र बस्तर/ Bastar जंहा दशहरा पूरे 75 दिन तक मनाया जाता है. यहां भगवान राम या रामायण का किरदार देखने को नहीं मिलता क्योंकि यहां आदिवासी संघ के लोग अपने देवी-देवताओं की पूजा करते हैं. साथ ही रथ यात्रा के साथ-साथ मनमोहक झांकियां भी देखने को मिलती है. ऐसा माना जाता है कि बस्तर में दशहरे/ Dussehra in Bastar की शुरुआत 13वीं शताब्दी में काकातिया के राजा ने की थी. जो यहां उस समय शासन किया करते थे.
मैसूर का दशहरा
मैसूर का दशहरा/ Dussehra of Mysore भी बेहद खास है. इन दिनों यहां खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं. मैसूर पैलेस और शहर के अन्य हिस्सों को शानदार तरीके से सजाया जाता है. यहां भी दशहरा का त्योहार 9 दिनों तक मनाया जाता है. इस दौराम ग्रैंड प्रोफेशन में हाथी, रंग-बिरंगे बैंड, और विभिन्न झांकियां शामिल होती हैं, जो त्योहार के दौरान लोगों का मन मोह लेती हैं. यंहा के चामुंडेश्वरी मंदिर में आयोजित पूजा और अनुष्ठान भी खास महत्व रखते हैं.
विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश का दशहरा
विजयवाड़ा का दशहरा/ Dussehra of Vijayawada कृष्णा नदी के किनारे स्थित कनका दुर्गा मंदिर के कारण और भी खास माना जाता है यहां 10 दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. जिसमें मां सरस्वती पूजा भी का विशेष महत्व माना जाता है. श्रद्धालु इस दौरान कृष्णा नदी में स्नान करते है. जिसे शुद्धि और पुण्य का स्रोत माना जाता है. कनका दुर्गा मंदिर का सुंदर वातावरण श्रद्धालु को आकर्षित बनाता है.
कुल्लू का दशहरा/Dussehra of Kullu
अपनी विशेष सांस्कृतिक मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध कुल्लू जहां पर दशहरे का उत्सव 7 दिनों तक मनाया जाता है. जिसमें श्रद्धालु अपने-अपने आराध्य देव की मूर्तियों को डोली में बिठाकर भव्य झांकी निकालते हैं. ये झांकियां देखने में बेहद खूबसूरत होती हैं. इसमें नृत्य संगीत कला का प्रदर्शन का काफी धूमधाम से होता है. मुख्य समारोह कुल्लू के भगवान जगन्नाथ के मंदिर के पास होता है. जहाँ सभी देवताओं की मूर्तियाँ एकत्रित होती हैं.
लेखक: नित्य दुबे
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