भोजन को लंबे समय तक सुरक्षित और गर्म रखने के लिए लोग एल्युमिनियम फॉयल वाले पेपर का उपयोग करते हैं. घरेलू भोजन के अलावा इसका सबसे अधिक इस्तेमाल रेस्टोरेंट्स, ढ़ाबों और दुकानों से होम डिलीवरी वाले खानों में होता है.
सेहत के लिए हानिकारक
शोध बताते हैं कि पिछले एक दशक में एल्युमिनियम फॉयल का उपयोग बहुत तेजी से बढ़ा है. लेकिन क्या आपको मालूम है कि जिस एल्युमिनियम फॉयल को आप अपने भोजन के लिए सबसे सुरक्षित समझ रहे हैं, वो वास्तव में बहुत खतरनाक है.
खराब होता है भोजन
जी हां, एल्युमिनियम फॉयल आपके भोजन को कई तरह से स्लो प्वाइजन में बदल रहा है. वैज्ञानिकों के मुताबिक जब किसी गर्म भोजन को इसमें लपेटा जाता है, तो एल्युमिनियम तपन होती है और वो प्रतिक्रिया करती है. ऐसे में एल्युमिनियम के ढेरों ऐसे अंश खाने में प्रवेश कर जाते हैं, जो सेहत के लिए खतरनाक हैं.
लिवर होता है कमजोर
विशेषज्ञ बताते हैं कि एल्युमिनियम के बर्तनों में अधिक सालों तक भोजन करने से शरीर कमजोर होता है और लिवर के फिल्टर्स भी खराब होते हैं. इसमें खट्टे स्वाद वाला भोजन तो कभी नहीं रखना चाहिए, क्योंकि एल्युमीनियम बहुत तेजी से उसमें रिएक्ट करता है.
रसायन वाला भोजन न रखें
ऐसे खाद्य उत्पाद जिसे तैयार करने में किसी तरह के रसायनों का उपयोग हुआ है, उन्हें तो फॉयल पेपर में कभी न रखें. इनके प्रभाव से आपको अल्जाइमर और डिमेंशिया होने का खतरा बढ़ जाता है.
सावधानी
अगर किसी कारण से फॉयल पेपर का उपयोग करना ही है, तो खाने को हल्का ठंडा होने के बाद उसमें लपेटें. मान्यता प्राप्त अच्छी क्वालिटी के फॉयल पेपर का ही उपयोग करें, जिसमें इस्तेमाल करें.
विकल्प
आप चाहें तो खाने को फॉयल पेपर की जगह एयर-टाइट कंटेनर में पैक कर सकते हैं, ऐसे कंटेनरों में खाने को आराम से स्टोर किया जा सकता है और ये बैक्टीरिया रहित भी होते हैं.
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