कर्नाटक राज्य में नई सरकार को बनाने को लेकर सियासी हलचल काफी तेज हो गई है. सरकार के गठन को लेकर बीजेपी पार्टी के नेता बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलकर राज्य में सरकार गठन का दावा पेश किया है. राज्यपाल से मुलाकात करके बीएस येदियुरप्पा ने 105 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा और बताया कि उनको विधायक दल का नेता चुना गया है. इसके बाद येदियुरप्पा ने कहा कि राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए उनको स्वीकृति दे दी है. हालांकि येदियुरप्पा आज ही शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. येदियुरप्पा के अलावा कोई दूसरा मंत्री मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं लेगा.
येदियुरप्पा ने क्या कहा
मीडिया को संबोधित करते हुए बी एस येदिदुरप्पा ने कहा कि राज्यपाल वजुभाई ने आज ही शाम सरकार बनाने के लिए उनको आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि सबकुछ साफ है. शाम को 6 बजे मैं मुख्यमंत्री पद की शपथ लूंगा. अपने शपथग्रहण में उन्होंने कार्यवाहक मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को भी न्यौता भेजा है.
गिरी थी कुमारस्वामी सरकार
कर्नाटक में 14 महीने तक चली कांग्रेस- जेडीएस गठबंधन सरकार के सदन में गिर जाने के बाद राज्य के सियासी महकमों में जमकर उठापटक का माहौल रहा है. दरअसल फ्लोर टेस्ट में फेल साबित होने पर मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को दे दिया था. शपथ लेने के बाद 10 दिन के भीतर ही येदियुरप्पा को कर्नाटक राज्य की विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करना होगा. वर्तमान में बीजेपी के पक्ष में ज्यादा विधायक है. लेकिन स्पीकर के आर रमेश ने अभी भी पेंच फंसा कर रखा हुआ है. दरअसल कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रमेश ने कांग्रेस के दो और एक निर्दलीय विधायक को दलबदल कानून के तहत अयोग्य घोषित कर दिया है. यह तीनों ही विधायक अगले विधानसभा चुनाव यानि कि साल 2023 से पहले चुनाव नहीं लड़ सकते है.
मंत्रीमंडल को लेकर माथापच्ची
कर्नाटक में बीजेपी के लिए मंत्रीमंडल को तैयार करना काफी बड़ी चुनौती होगी यहां पर 34 विधायकों को कैबिनेट के अंदर जगह मिल सकती है. इन पदों के लिए बीजेपी के पास कुल 60 दावेदार है. इसके अलावा 10 बागी विधायकों को भी मंत्रीमंडल के अंदर शामिल करना होगा. इस तरह से पार्टी के कुछ सीनियर लीडर नाराज हो सकते है.
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