हर साल 1 दिसम्बर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोगों में एड्स के प्रति जागरूकता लाने के लिए जगह-जगह पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते हैं. एड्स को लेकर बढ़ती जागरूकता और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किए जा रहे सकारात्मक कार्यों का नतीजा यह है कि एचआइवी पॉजिटिव महिलाओं से उनके बच्चों में एचआइवी के वायरस फैलने के मामले में काफी कमी आई है. बिहार राज्य 'एड्स कंट्रोल सोसायटी' से मिले आंकड़ों की मानें तो एड्स पीडि़त सौ गर्भवती महिलाओं में से 93-94 बच्चों में एचआइवी के लक्षण नहीं दिखे. लेकिन इन सबके बावजूद यूनिसेफ (UNICEF) की हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2017 तक करीब 1 लाख 20 हज़ार बच्चे और किशोर HIV संक्रमण से पीड़ित पाए गए. ये आंकड़ा दक्षिण एशिया के किसी देश में एचआईवी पीड़ितों की सबसे ज्यादा संख्या है.
यूनिसेफ की इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि अगर एचआईवी एड्स (HIV/AIDS) को जल्द रोकने की कोशिश नहीं की गई तो 2030 तक हर दिन इस वायरस से 80 किशोरों की मौत हो सकती है. इसीलिए जरूरी है AIDS के लिए सतर्क रहना और मिथकों से खुद को बचाए रखना. क्योंकि आज भी लोग इस बीमारी की आशंका होने पर सीधा डॉक्टर के पास जाने के बजाय अपने करीबी से सलाह लेते हैं. 'एड्स कंट्रोल सोसायटी' का मानना है कि एचआइवी को लेकर लोगों में पहले की अपेक्षा ज्यादा जागरूकता आई है. लेकिन अभी जागरूकता के लिए और भी काम करने की दरकार है. ऐसे में आइये आज हम आपको एचआइवी वायरस को लेकर कुछ ऐसे तथ्यों के बारे में बताते हैं जिन्हें लेकर हर किसी के दिमाग में कई मान्यता होते हैं-
1. मिथक - किस करने से एड्स फैलता है.
सच - एचआईवी पॉज़िटिव पीड़ितों के सलाइवा में बहुत ही कम मात्रा में यह वायरस होता है, जो किस करने से सामने वाले व्यक्ति में नहीं फैलता.
2. मिथक - पानी से एचआईवी/एड्स फैलता है.
सच - एचआईवी पानी के द्वारा किसी और को नहीं होता. एचआईवी पीड़ित के स्विमिंग पूल में नहाने, उसके कपड़े धोने और उसका जूठा पानी पीने से किसी दूसरे को यह वायरस नहीं फैलता. इतना ही नहीं एचआईवी पॉज़िटिव के इस्तेमाल किए हुए शावर या बाथरूम का इस्तेमाल करने से भी यह वायरस नहीं फैलता.
3. मिथक - एचआईवी पीड़ित के पास रहने से हो सकता है एड्स.
सच - यह वायरस हवा से भी नहीं फैलता है. तो अगर एचआईवी पीड़ित आपके आस-पास खांसे, छींके या थूके तो आप इस वायरस की चपेट में नहीं आएंगे. इतना ही नहीं एचआईवी पीड़ित को छूने, उन्हें गले लगाने और हाथ मिलाने से भी यह वायरस नहीं फैलता.
4. मिथक - मच्छर के काटने से एचआईवी फैलता है.
सच - एचआईवी/एड्स पीड़ित को काटा हुआ मच्छर अगर आपको काटे तो इससे भी यह वायरस नहीं फैलता. हां, मच्छरों से कई और बीमारियां होने का खतरा ज़रूर बना रहता है लेकिन एचआईवी नहीं.
5. मिथक -आपको किसी से भी एचआईवी हो सकता है.
सच - ऐसा माना जाता है कि एचआईवी एड्स किसी से भी फैल सकता है. लेकिन सच यह है कि ये वायरस सिर्फ एचआईवी पॉज़िटिव व्यक्ति से ही दूसरों में फैल सकता है. अनसेफ सेक्स, इस्तेमाल की हुई सीरिंज, एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने या ऑर्गन ट्रांसप्लांट से एचआईवी फैलता है. इतना ही नहीं अगर प्रेग्नें सी के समय मां इस वायरस से पीड़ित है तो बच्चास भी एचआईवी पॉजिटिव हो सकता है.
6. मिथक - टैटूज़ या पियर्सिंग से एचआईवी/एड्स हो सकता है.
सच - इस केस में सिर्फ तभी पॉसिबल है जब टैटू या पियर्सिंग आर्टिस्ट एचआईवी पॉज़िटिव व्यक्ति पर इस्तेमाल की गई सुई को बिना साफ किए आप पर इस्तेमाल करे. हांलाकि इससे बचने के लिए सभी आर्टिस्टॉ हर नए क्लाइंट के लिए नई सुई का इस्तेमाल करते हैं.
विवेक राय, कृषि जागरण
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