देश में महंगाई की मार झेल रहे लोगों की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं.आए दिन इन पर महंगाई की दोहरी मार पड़ रही है. वहीं, लगातार पेट्रोल-डीजल,सीएनजी से लेकर दूध,सब्जी,मसाले समेत कई खाद्य पदार्थ,यहां तक की गेहूं के दामों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है.
अब जाकर खबर आ रही है कि गेहूं पिसवाना भी आम जनता के लिए मंहगा पड़ने वाला है.
गेहूं पिसवाना अब कितना महंगा(How expensive is wheat grinding now?)
गेहूं के दाम बढ़ने के बाद अब इसे पिसवाना भी मंहगा हो गया है. गेहूं के साथ-साथ ज्वार,बाजरा,मक्का और दाल आदि की पिसाई की दरें भी बढ़ गई हैं. इनकी पिसाई मूल्यों में एक से दो रुपए प्रति किलो की बढ़ोत्तरी की गई है. पहले जहां कम से कम एक किलो अनाज पिसवाने की कीमत 15 रुपये थी, तो वहीं अब इसका दाम बढ़कर 20 रुपए प्रति किलो कर दिया गया है.
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पिसाई मूल्यों के नए रेट क्या हैं? (What is the new rate of grinding values?)
जैसा की सबको पता है कि देश के सबसे प्रमुख गेहूं मंडियों में से एक मध्य प्रदेश के इंदौर में है. ऐसे में अगर इंदौर में अनाजों के नई पिसाई मूल्यों की बात करें, तो अब यहां गेहूं की पिसाई 3 रुपए से बढ़कर 4 रुपए प्रति किलो हो गई है.
इसके साथ ही रवा, मैदा, चावल और अन्य दालों की पिसाई मूल्यों को 8 रुपए से बढ़ाकर 10 रुपए प्रति किलो कर दिया गया हैं. वहीं, अगर आप अनाजों को मिक्स करके पिसवाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एक किलो के लिए 10 रुपये देना पड़ेगा. बता दें कि 4 अप्रैल से ये नई दरें लागू हो गई हैं.
मंहगी बिजली के बाद लिया गया फैसला(Decision taken after expensive electricity)
इंदौर आटा चक्की संघ के सचिव गोविंद अग्रवाल के अनुसान, कई पदाधिकारियों की बैठक में पिसाई दरों को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. कहा जा रहा है कि महंगी बिजली के कारण पिसाई दरें बढ़ाई गई हैं.
इसके साथ ही अब चक्कियों में लगने वाले पार्ट्स के दाम भी बढ़ गए हैं. आपको जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर में 5 हजार से अधिक अनाज पिसाई की दुकान हैं. वही इंदौर देश के सबसे प्रमुख मंडियों में से एक हैं.
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