उत्तर प्रदेश में मछली पालन को बढ़ावा देने को लेकर चलाई जा रही मुहिम रंग लाई है. दरअसल, प्रदेश की योगी सरकार राज्य में मछली पालन को बढ़ावा देने और मछली पालकों की आय बढ़ाने की दिशा में कई योजनाएं चला रही है. उसी का नतीजा है की आज उत्तर प्रदेश मछली पालन में टॉप पर है. विश्व मछुआ दिवस के उपलक्ष्य पर गुजरात में आयोजित ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस इंडिया-2023 में उत्तर प्रदेश को अंतरदेशीय मछली पालन में प्रथम स्थान मिला है.
मछली पालन की ओर बढ़ा रूझान
प्रदेश की इस उपलब्धि के लिए विश्व मछुआ दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित कांफ्रेस में उत्तर प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री डॉ. संजय निषाद को केंद्रीय मत्स्य और पशुधन मंत्री पुरूषोत्तम रुपाला की ओर से पुरुस्कृत किया गया. इस उपलक्ष पर मत्स्य पालन मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है की इस मुहिम में तेजी लाई जाए और इसे एक व्यापक रूप दिया जाए. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में मछली पालन की ओर लोगों का रूझान बढ़ा है. ऐसे में सरकार का प्रयास है की ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद की जाए और उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जाए.
प्रदेश में बढ़ा मछली उत्पादन
बता दें कि प्रदेश में वर्तमान में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत 31 परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं. अब तक इन योजनाओं के तहत 15,282.5 लाख रुपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देशों के अनुसार ही राज्य में मत्स्य पालन से संबंधित योजनाएं धरातल पर लाई गई हैं. इसके परिणामस्वरूप, प्रदेश में पिछले साढ़े छह वर्षों में मत्स्य पालन और उत्पादन में काफी वृद्धि देखी गई है. पिछले साल प्रदेश में मत्स्य उत्पादन 8.09 लाख मीट्रिक टन था. जबकि इस साल तक विभाग ने 9.15 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन किया है.
चंदौली में बनेगा अल्ट्रा मॉडर्न फिश मॉल
योगी सरकार ने अब तक 14,021 मत्स्य पालकों के लिए 10,772.77 लाख रुपये का बैंक कर्ज स्वीकृत किया है. इसके अलावा, प्रदेश में अब तक 1,16,159 मत्स्य पालकों को मछुआ दुर्घटना बीमा योजना के लाभ प्रदान किए गए हैं. वर्तमान में 68 जनपदों की नदियों में रैंचिंग की जा रही है. प्रदेश को मत्स्य पालन का एक मुख्य केंद्र बनाने के लिए चंदौली में 62 करोड़ रुपये की लागत से अल्ट्रा मॉडर्न फिश मॉल का निर्माण भी किया जा रहा है.
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