हरियाणा में फ्लैट में रहने वाले लोग भी अब गाय- भैंस पालने का शौक पूरा कर सकेंगे | हरियाणा सरकार शहरों के आस पास गाय और भैंसों के लिए पेइंग गेस्ट (पीजी) सुविधा शुरू करने की योजना शुरू करने जा रही है | इस बात की जानकारी राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन एवं डेरी मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए दी | धनखड़ ने यह भी बताया कि हरियाणा में हर वर्ष विभिन्न प्रकार की दूध प्रतियोगिताओं के लिए 9 करोड़ रुपये के ईनाम दिए जाते हैं | इस अवसर पर पशुपालन एवं डेरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी के महापात्रा, महानिदेशक डॉ जी एस जाखड़ भी उपस्थित थे |
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पशुपालन एवं डेरी मंत्री धनखड़ ने कहा कि हरियाणा में शहरों के आसपास 50 से 100 एकड़ भूमि पर डेरी एरिया विकसित करने की योजना है | इन डेरी एरिया में दुधारू पशुओं के लिए पेइंग गेस्ट (पीजी) हॉस्टल भी खोले जाएंगे | उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मनुष्यों के लिए पीजी होस्टल होते हैं, उसी प्रकार हरियाणा में दुधारू पशुओं के लिए भी पीजी हॉस्टल होंगे | शहरों में फ्लेटों में रहने वाले सम्पन्न व्यक्ति जो अपने घर पर गाय- भैंस नहीं पाल सकते हैं, वे इन पीजी हॉस्टल में अपनी गाय-भैंसों को पाल सकेंगे | यहाँ पर नियुक्त ग्वाला उनकी गाय-भैंसों की देख भाल करेगा | इतना ही नहीं वे अपनी इच्छानुसार अपने पशु का दूध भी ले जा सकते हैं | इसके अतिरिक्त धार्मिक भावनाओं के अनुसार वे अपनी गाय का पूजन करना चाहें तो, वह पीजी हॉस्टल में जाकर अपनी गाय की पूजा भी कर सकेंगे |
9 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष के ईनाम
उन्होंने बताया कि झज्जर में 27 से 29 अक्टूबर तक तीन दिवसीय सर्वश्रेष्ठ नस्ल के पशुओं के मेले का आयोजन किया जाएगा | इस मेले में देसी, राठी, साहीवाल नस्ल की गाय व मुर्रा नस्ल की भैंसों की सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन भी होगा | इस तीन दिवसीय पशु मेले का उदघाटन हरियाणा के राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी करेंगे, जबकि समापन समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मुख्य अतिथि होंगे | इसके अलावा 28 अक्टूबर को केन्द्रीय कृषि मंत्री भी उपस्थित होंगे | उन्होंने बताया कि मेले में कम से कम 10 लीटर दूध देने वाली गाय व 18 लीटर दूध देने वाली भैंसों की ही प्रविष्टियां ली जाएंगी | इस मेले में लगभग 2500 पशुओं के आने की सम्भावना है तथा तीन दिन तक 5000 व्यक्ति इस मेले में एक साथ रहेंगे, जो पशु विशेषज्ञों के साथ विभिन्न सत्रों में आयोजित चर्चाओं में भाग लेंगे |
प्रति पशु उत्पादकता 6.8 लीटर
धनखड़ ने बताया कि वर्तमान में हरियाणा में लगभग 36 लाख दुधारू पशुधन है | उन्होंने बताया कि औसतन हरियाणा में प्रति पशु दूध उत्पादकता 6.8 लीटर है, जिसे 2022 तक 10 लीटर तक ले जाना है | उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार प्रदेश को दुग्ध क्रांति की ओर ले जा रही है और 50 दुधारू पशुओं तक की डेरी खोलने पर सात साल तक जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवा रही है | इसके अलावा, 5 देसी गायों की डेरी पर 50 प्रतिशत की सबसिडी उपलब्ध करवाई जाएगी।
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