देशभर में कोरोना महामारी का कहर जारी है. ऐसे में देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है, जिससे लोग कई परेशानी झेल रहे हैं. खासतौर पर देश के अन्नदाता को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि किसानों को रबी फसलों की कटाई की चिंता सता रही है. हालांकि, सरकार का पूरा प्रयास है कि इन दिनों किसानों को कोई भी समस्या न हो. फिलहाल किसानों को सरकार और प्रशासन ने गेहूं कटाई की अनुमति दे दी है. इसी कड़ी में यूपी के बदायूं जिले में 1 अप्रैल से सरकारी क्रय केंद्र खोले जा रहे हैं. खास बात है कि सबसे पहले इन क्रय केंद्र पर किसानों के वाहनों को सैनेटाइज़ किया जाएगा. इसके बाद ही गेहूं की खरीदारी होगी.
योगी सरकार द्वारा गेहूं समर्थन मूल्य की घोषणा
बीते दिनों यूपी सरकार ने गेहूं के समर्थन मूल्य की घोषणा की है. इसमें गत वर्ष की तुलना में 85 रुपए बढ़ाए गए हैं. यानी इस साल सरकारी केंद्रों पर गेहूं की खरीदारी 1925 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से होगी.
किसानों की समस्या
जब पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा देश को 21 दिन तक लॉकडाउन करने की घोषणा हुई, तब किसानों की चिंता बढ़ गई, क्योंकि तब रबी फसलों की कटाई का समय आ गया था. जब किसान खेतों में काम करने के जाते हैं, तो उन्हें पुलिस द्वारा खदेड़ दिया जाता. किसानों की समस्या को समझते हुए, यूपी सरकार द्वारा किसानों को फसल कटाई की अनुमति मिल गई. इसके बाद किसानों ने अपने खेतों की ओर रुख करना शुरू कर दिया.
सरकारी क्रय केंद्र खोलने की घोषणा
यूपी सरकार के निर्देश द्वारा जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि 1 अप्रैल से 111 सरकारी क्रय केंद्र खोले जाएंगे. इसके साथ ही निर्देश दिया गया है कि जब सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीदारी की जाए, तो सबसे पहले किसानों के वाहनों को सैनेटाइज़ किया जाएगा. इसके बाद ही खरीद की प्रक्रिया शुरू की जाए. इसके अलावा हर किसान के हाथों को अच्छी तरह साफ कराया जाए. उन्हें कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जागरुक भी किया जाए.
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