महाराष्ट्र में इन दिनों बेमौसम बारिश की वजह से फसलों को भारी नुकसान हो रहा है. ऐसे में किसान को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पहले भारी बारिश से खरीफ फसलें प्रभावित हुई थीं और अब रबी सीजन में बारिश की वजह से फसलें खराब हो रही हैं.
भारी बारिश की वजह से सभी जगह उमस जैसा वातावरण है, जिसकी वजह से अकोला जिले में भी चना समेत तुअर की फसलें (Tur Crop ) बर्बाद हो रही हैं.
उमस और बदलते मौसम की वजह से फसलों में कीटों का अधिक प्रभाव (More Pest Effect) दिख रहा है. इसके साथ ही फसलों पर इल्लियों का संक्रमण (Caterpillar Infection) बढ़ता जा रहा है. इस कारण किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित हो गए हैं. इसके अलावा बेमौसम बारिश की वजह से बागवानी को भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है.
कृषि विभाग ने दी सलाह (Agriculture Department Advised)
किसानों की इन्हीं समस्याओं को लेकर कृषि विभाग (Agriculture Department ) के वैज्ञानिक ने सलाह दी है. उन्होंने कहा कि जब फसलों में कीटों का प्रकोप हो, तो किसान भाई जल्दी ही फसलों पर प्रोफ्रेनोफॉस या विचनॉलफॉस का रसायनिक घोल (Profenofos or Vichnolfos) 20 मिली लीटर की मात्रा को 10 लीटर पानी में मिलाएं. इसके बाद घोल तैयार का छिड़काव कर दें. इसके अलावा इमामेक्टिन बेंझोएट 4 ग्राम को 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं. वहीँ अगर फसलों पर कोहरे का असर हो रहा है, तो इसके बचाव के लिए कार्बेडाझिम 25 ग्राम को 10 लीटर पानी में मिलाकर फव्वारा मार सकते हैं.
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उत्पादन में हो सकता है नुकसान (Insects Can Cause Damage To The Production Of Crops)
कीटों से प्रभावित फसलों के नुकसान से परेशान किसानों का कहना है कि इस समय रुक-रुक कर बारिश हो रही है. इसके साथ ही कभी धूप तो कभी बारिश का मौसम हो रहा है, इसलिए फसलों पर कीट व रोग का प्रकोप बढ़ रहा है. ऐसे में तुअर की फसल का उत्पादन क्षमता घट सकती है.
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